सतरिख पुलिस ने किया निराश अब सीएम और एडीजी से आस

सतरिख पुलिस ने किया निराश अब सीएम और एडीजी से आस
बाराबंकी में वृद्ध विधवा की जमीन पर भूमाफियाओं का कब्जा, सतरिख पुलिस ने नहीं दर्ज किया मुकदमा, पीड़िता ने सीएम और एडीजी को पत्र भेजकर लगाई न्याय की गुहार
समग्र चेतना/ राहुल तिवारी
लखनऊ। मुख्यमंत्री संत योगी आदित्यनाथ भले ही भूमाफियाओं व माफियाओं के खिलाफ कठोर कार्यवाही अपनाते हुए जनता को उनकी प्रताड़ना से बचाने का काम कर रहे हो ताकि प्रदेश में माफिया राज, गुन्डो, बदमाशों, भूमाफियाओं के आतंक से जनता को राहत मिल सके लेकिन इन भूमाफियाओं गुन्डो बदमाशों को पूरा संरक्षण प्राप्त होता दिखाई दे रहा है। लगता है कि इन पुलिस कर्मियों को जनता के उत्पीड़न से कोई सरोकार नहीं है। बल्कि इन भूमाफियाओं साठ गांठ कर मोटी रकम कमाना सिर्फ मकसद बन चुका है।
मामला बाराबंकी के थाना क्षेत्र सतरिख का है जहाँ जनपद शाहजहॉपुर की निवासी बृद्ध व विधवा महिला सरोजनी सिंह पत्नी स्व नरेंद्र सिंह की जमीन जिसका गाटा संख्या 235/278 है जिस पर गाँव के ही भूमाफिया ,अश्विन कुमार प्रमोद कुमार, जुगलकिशोर, दीपराज ने कब्जा करके निमार्ण कार्य तक करा डाला है। बृद्ध महिला को जब इसकी जानकारी मिली तो उन्होंने इसकी लिखित शिकायत थाना प्रभारी सतरिख से भी पूर्व मे की लेकिन इसके बावजूद भी अरोपीयो के खिलाफ सतरिख पुलिस ने न कोई कार्यवाही की और न ही मुकदमा दर्ज किया।
पीड़ित महिला ने थाना प्रभारी सतरिख पर आरोप लगाते हुए कहा कि थाना प्रभारी विपक्षियों से धन उगाई कर चुके है। इसिलिए जब मेरा बेटा राकेश सिंह थाना सतरिख, बाराबंकी गया तो थाना प्रभारी ने विपक्षियों को भला इंसान बताकर उसके बेटे को थाने से भगा दिया। वृद्ध माहिला सरोजनी सिंह को अब तक सतरिख पुलिस के द्वारा न्याय प्रदान नही किया गया है। पीड़ित वृद्ध महिला ने अब प्रदेश के मुख्यमंत्री व अपर पुलिस महानिदेशक लखनऊ जोन को रजिस्टर्ड पत्र भेजकर न्याय की गुहार लगाई है।




