सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय द्वारा प्रायोजित अनुसूचित जाति वर्ग का जागरूकता अभियान कार्यक्रम हुआ, संपन्न

सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय द्वारा प्रायोजित अनुसूचित जाति वर्ग का जागरूकता अभियान कार्यक्रम हुआ, संपन्न
समग्र चेतना/ अक्षत सिंह
लखनऊ । सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार, राष्ट्रीय बहुदिव्यांगजन सशक्तिकरण संस्थान , (दिव्यांगजन) द्वारा प्रायोजित संस्था- हंस मानव जनकल्याण एवं कम्प्यूटर शिक्षण संस्थान, द्वारा आयोजित अनुसूचित जाति वर्ग का 1 दिवसीय जागरूकता अभियान कार्यक्रम सम्पन्न हो गया। कार्यक्रम में सैकड़ो प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया।
कार्यक्रम में उपस्थित वक्ताओं ने दिव्यांगता के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी। सौरभ कुमार खरे निदेशक जन शिक्षण संस्थान, ने बताया कि अगर अभिभावक अपने बच्चों का बचपन से ध्यान दें, तो दिव्यांगता को रोका जा सकता है। श्री खरे ने कहा कि मनुष्य दिव्यांग नहीं होता है। मनुष्य की सोच दिव्यांग होती है। दशरथ भारती, अस्पताल व्यवस्थापक, संयुक्त टी बी अस्पताल, ने बताया कि समाज में जो दिव्यांग व्यक्ति है। वो चाहे किसी भी जाति या धर्म के हो।
हमें उनसे नफरत नहीं करनी चाहिए। बल्कि उनके साथ हमें मिलजुल कर रहना चाहिए। इसके बाद चेन्नई से आए हुए कार्यक्रम समन्वयक डी. स्टालिन ने भी दिव्यांगता पर अपने विचार व्यक्त किए ।, इस दौरान लगातार मंजीत कुमार, अशोक कुमार, प्रधानाचार्य, पंकज कुमार, प्रबंधक/सचिव, आदि ने एक-एक करके सभी ने दिव्यागों हेतु जागरूकता अभियान कार्यक्रम में अपने-अपने विचार रखें। कार्यक्रम के अन्त में संस्था प्रबंधक रवि प्रसाद ने कार्यक्रम में आये सभी अतिथियों और महानुभावों का आभार व्यक्त किया।




