जन्मभूमि पहुंचकर दहलीज पर टेका मत्था, यादों को ताजा कर भावुक हुई बहनें

स्कूल में पढ़ रहे छात्रों को बांटे पेन
हरगांव/सीतापुर। कस्बे में स्थित बिड़ला विद्या मंदिर इण्टर कालेज में सोमवार को पुरातन छात्रों ने पहुंचकर अपनी यादों को कैमरे में कैद किया तथा छात्र-छात्राओं से अपनी यादों को साझा किया। देश एवं विदेश में सफलता के झंडे गाड़ चुकी चार सगी बहनें अपने परिवार के साथ विद्यालय, पुराना आवास एवं चीनी मिल को देखा तथा भावुक होकर मत्था टेका।
अमेरिका के शिकागो में प्रिंसपल हसु मोदी उर्फ शिल्पा ने बताया उनके पिता डीवी गांधी चीनी मिल में इलेक्ट्रिक इंजीनियर थे। वह 1978 में रिटायर हो गए थे, तथा वह अपनी तीन अन्य बहनों एवं दो भाइयों के साथ यहाँ की 28 लाइन कालोनी में रही हैं। यहीं उनका बचपन बीता है तथा बिड़ला विद्या मंदिर इण्टर कालेज से सन् 1960 से 1967 तक पढ़ाई की है। साथ में ही आई उनकी सबसे बड़ी बहन कोलकाता निवासी हेमलता जे शाह ने 1952 से 1959, अमेरिका के शिकागो निवासी ज्योती पटेल ने 1954 से 1960, गुजरात सूरत में रह रही नीरू पटेल ने 1955 से 1961 तक शिक्षा ग्रहण की है।
विद्यालय पहुंचते ही प्रधानाचार्य रामचेत सिन्हा ने उनका स्वागत किया। उपस्थित छात्रों को बुलवाकर सबका परिचय कराया। पुरातन छात्रों ने विद्यालय में पढ़ रहे लगभग 2200 छात्रों को उपहार स्वरूप पेन वितरित किया तथा आगे बढ़ने की प्रेरणा दी। जैसे ही चारो बहने व उनके परिजन 28 लाइन कालोनी में पहुंची अपने पुराने आवास को देखकर भावुक हो गयी और दहलीज पर मत्था रख दिया। पूरे मकान को देखकर एक-एक यादों सबके साथ साझा किया तथा हर पल को कैमरे में कैद किया। पड़ोस में रहने वाले स्वर्गीय प्रेम शंकर शुक्ला के बारे जानकारी ली।
स्वर्गीय शुक्ला के छोटे बेटे दयाशंकर शुक्ला, पोते धीरू शुक्ला ने स्वागत किया तथा बचपन की यादों को एक दूसरे से काफी देर तक साझा करते रहे। उनके साथ जवाहर पटेल, ललित पटेल, वीरेन मोदी, चंदा गांधी, शिशिर शाह, परेश कोठारी, हिना वखारिया, दीपा सेठ, कल्पना कोठरी, श्रुति शाह साथ आए थे।




