धार्मिक आयोजन हेतु सैनिक स्कूल की भूमि पर दुकानदारों से धन उगाही विद्यालय प्रशासन मौन

सैनिक स्कूल ने छठपूजा एवं पटाखा दुकानदारों को दी निशुल्क भूमि
नगर निगम जोन-8 ने छठपूजा स्थलों पर समतलीकरण,रंगदोहन एवं साजसज्जा सहित करायी सफाई
समग्र चेतना संवाददाता
सरोजनीनगर। उ०प्र० सैनिक स्कूल सरोजनीनगर बोटिंग क्लब तालाब पर विगत कई वर्षो से छठ पूजा के पावन पर्व पर श्रदालुओं द्वारा तालाब किनारे वेद का स्वयं निर्माण करके पूजा अर्चना करते रहें हैं, परन्तु छठपूजा स्थल पर जब व्यापार मण्डल की तिरक्षी नजर पड़ी तो उसमें भी व्यापार की झलक दिखायी पड़ने पर, छठपूजा की समिति बनाकर सैनिक स्कूल प्रशासन से मात्र बोटिंग क्लब पर छठ पूजा हेतु अनुमति प्राप्त करने के बाद शुरु हुआ दुकानदारों से धन उपार्जन का खेल, सूत्रों की माने तो छठ पूजा की वेदी बनवाने हेतु भी क्यूआर कोड रखकर तथा रसीद बुक से बुकिंग कर अनुदान नाम देकर श्रदालुओं से वसूली का नया फार्मूला अपनाये जाने से श्रद्धालु असमंजस में है।
सैनिक स्कूल बोटिंग क्लब तालाब पर नगर निगम जोन-8 द्वारा समतलीकरण तालाब में रंगदोहन,साजसज्जा एवं सफाई कार्मिकों द्वारा विगत दिनों से सफाई आदि का कार्य किया जा रहा है। इसके बावजूद दुकानदारों से जगह हेतु धन उगाही किया जाना अनुचित प्रतीत होता है। सैनिक स्कूल के रजिष्ट्रार देवेन्द्र सिहं चौहान ने दूरभाष पर बताया कि विद्यालय प्रशासन ने छठ पूजा हेतु निशुल्क भूमि श्रद्धालुओं को उपलब्ध करायी गयी है, विद्यालय दुकानदारों या वेदी बनवाने हेतु वसूल किये जा रहे धन को अवैध करार दिया है।
सूत्रों से मिली चौंकाने वाली जानकारी के अनुसार उ०प्र० जनहित व्यापार मण्डल के बैनर तले विगत कई वर्षो से सैनिक स्कूल की भूमि किदवई हाऊस के पास खाली मैदान में धनतेरस पर्व से ही पटाखा बाजार लगवाई जाती है। व्यापार मण्डल द्वारा सैनिक स्कूल के प्रधानाचार्य से पटाखा लगाने की भूमि उपयोग हेतु आवेदन करता है। जिसमें कोतवाली सरोजनीनगर व फायर बिग्रेड नादरगंज सरोजनीनगर से पटाखा दुकानदार स्वयं अनापत्ति प्रमाणपत्र प्राप्त कर संयुक्त पुलिस आयुक्त कमिश्नरेट द्वारा लाईसेंस दिया जाता है। परन्तु व्यापार मण्डल द्वारा भूमि उपयोग के नाम पर दुकानदारों से बड़े स्तर पर धन उगाही की जाती है ।
इस वर्ष अधिक वसूली भी किये जाने के साथ ही बिना लाइसेंस प्राप्त दुकानदारों को भी स्थान देकर प्रतिबंधित पटाखे बिकवाये गये, पुलिस ने जब कार्यवाही की तो दुकानदारों ने प्रबल विरोध किया। यदि पटाखा बाजार में प्रतिबंधित पटाखों से घटना या दुर्घटना होती है तो इसकी जिम्मेवार स्थानीय पुलिस होगी या व्यापार मण्डल यह एक यक्ष प्रश्न है। जबकि लखनऊ जनपद में एकमात्र इसी पटाखा बाजार को व्यापार मण्डल द्वारा संचालित करने से पुलिस की भूमिका नगण्य हो जाती है। जिससे अनहोनी घटना की आंशका प्रबल रहती है।
उ०प्र० सैनिक स्कूल के पदेन अध्यक्ष मा० मुख्यमंत्री उ०प्र०,वरिष्ठ उपाध्यक्ष मंत्री, माध्यमिक उ०प्र०,उपाध्यक्ष मुख्य सचिव, उ०प्र० एवं मंडलायुक्त लखनऊ मण्डल लखनऊ सदस्य है। सैनिक स्कूल के रजिष्ट्रार देवेन्द्र सिंह चौहान ने फोन वार्ता पर खण्डन करते हुए बताया कि पटाखा दुकानदारों से किसी भी प्रकार से भूमि उपयोग का शुल्क विद्यालय द्वारा नहीं लिया गया है।




