ऋषि सद्साहित्य मानव जीवन की गरिमा का बोध करता है: उमानंद शर्मा

गायत्री ज्ञान मंदिर का ज्ञान यज्ञ अभियान,डॉ. ऑचल सिंह यादव इंस्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग एण्ड पैरा मेडिकल साइंस में हुई युगऋषि ऋषि वाङ्मय की स्थापना
राहुल तिवारी
लखनऊ। गायत्री ज्ञान मंदिर के विचार क्रान्ति ज्ञान यज्ञ अभियान के अन्तर्गत ‘‘डॉ. ऑचल सिंह यादव इंस्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग एण्ड पैरा मेडिकल साइंस, आधार खेड़ा, कुर्सी रोड, लखनऊ के केन्द्रीय पुस्तकालय में गायत्री परिवार के संस्थापक युगऋषि पं. श्रीराम शर्मा आचार्य द्वारा रचित सम्पूर्ण 79 खण्डों का 363वाँ ऋषि वांड़मय की स्थापना कार्यक्रम शुक्रवार को सम्पन्न हुआ।
उपरोक्त साहित्य गायत्री परिवार रचनात्मक ट्रस्ट गायत्री मंदिर इन्दिरा नगर लखनऊ सक्रिय कार्यकर्ता पंचम सिंह यादव एवं मीरा यादव ने अपने माता स्व. सरस्वती देवी की स्मृति में ज्ञान दान के रूप में किया छात्र-छात्राओं को ‘‘सफल जीवन की दिशा धारा’’ नामक पाकेट बुक एवं सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं को अखण्ड ज्योति पत्रिका भेंट की।
इस अवसर पर वाङ्मय स्थापना अभियान के मुख्य संयोजक उमानंद शर्मा ने कहा कि ‘‘ऋषि सद्साहित्य मानव जीवन की गरिमा का बोध करता है। डॉ. नरेन्द्र देव ने छात्र-छात्राओं को निरोगी जीवन जीने के ऋषि सूत्र दिये। संस्था के निदेशक प्रशासन संगीता प्रकाश ने धन्यवाद ज्ञापित दिया।
इस अवसर पर उमानंद शर्मा, डॉ0 नरेन्द्र देव, श्री पंचम सिंह यादव, एस.डी. मिश्रा, संस्था के निदेशक प्रशासन संगीता प्रकाश एवं प्रबन्धक दुर्गेश, डॉ. ऑचल सिंह यादव सहित शिक्षक-शिक्षिकायें तथा छात्र-छात्रायें मौजूद थे।




