उत्तर प्रदेशलखनऊसमग्र समाचार

नवंबर में कराई थी नसबंदी, फरवरी में प्रेगनेंसी रिपोर्ट पॉजिटिव

मिर्जापुर। कटरा कोतवाली थाना क्षेत्र के चंद्र दीपा इलाके की रहने वाली लक्ष्मी के पैरों तले जमीन उस वक्त खिसक गई जब उनकी प्रेगनेंसी रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई। महिला ने बताया कि उसने गुरसंडी स्वास्थ्य केंद्र पर 26 नवंबर 2021 को बच्चे ना हो इसके लिए नसबंदी कराया था । नसबंदी के कुछ दिन बाद से ही चक्कर आना सर में दर्द होना भारीपन बना रहना जी मिचलाना आदि लक्षण आने के बाद पीड़ित महिला लक्ष्मी ने 2 फरवरी 2022 को अल्ट्रासाउंड कराया।

अल्ट्रासाउंड में 14 हफ्ते के गर्भ होने के रिपोर्ट के बाद पति-पत्नी दोनों अत्यंत मायूस हो गए। पीड़ित महिला लक्ष्मी के पति इंद्रजीत ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को लिखे पत्र में मांग किया है कि दोषी डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई की जाए और आने वाले बच्चों के खर्च को जिला प्रशासन उठाए ,क्योंकि उसने इस वजह से नसबंदी करा था कि वह अब और बच्चे नहीं चाहता ।

इंद्रजीत ने बताया कि उसको पहले ही तीन बच्चे हैं, जिसमें दो बेटा और एक बेटी है, क्योंकि वह पेशे से मजदूर है और आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी न होने की दशा में वह अब और बच्चों को नहीं चाहता है।
ऐसे में अनचाहे बच्चे के चलते उन दोनों के बीच आपस में भी तनाव होने लगा है पारिवारिक कलह का कारण बन रहा है और साथ में करे कोई भरे कोई के चलते वह अब सहने लायक नहीं है। दंपतियों का आरोप है कि डॉक्टर की गलती के चलते सजा डॉक्टर को मिलनी चाहिए हम लोग क्यों भरें हम लोग उसकी सजा क्यों सहे।

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