बीडीओ के ठेंगे पर पीडी का पत्र

समय बीत जाने के बाद भी नही दिया पत्र का जवाब
तालगांव/सीतापुर। प्रधानमंत्री ग्रामीण योजना में अपात्रों को फर्जीवाड़ा कर आवास का लाभ देने के मामले में पीडी के निर्देश के बाद भी खण्ड विकास अधिकारी ने सचिवों पर समय बीत जाने के बाद उत्तरदायित्व तय नही किया है। ब्लाक परसेण्डी के चांदपुर निवासी होरी लाल ने शिकायत की थी कि उनके ग्राम पंचायत में सचिवों ने नियमों को दरकिनार कर दो अपात्रों को पात्र कर पीएम आवास योजना का लाभ दे दिया है।
शिकायत के आधार पर जांच में पाया गया कि चांदपुर निवासी मधूदेवी पत्नी अमित कुमार व राजरानी पत्नी विजय कुमार को अपात्र होने के बाद भी पात्रकर आवास की सभी किश्ते दे दी गई। जांच में लाभार्थियों को अपात्र पाए जाने के बाद परियोजना निदेशक गजेन्द्र प्रताप सिंह ने खण्ड विकास अधिकारी काजल रावत को पत्र जारी कर निर्देश दिया था कि उक्त दोनो अपात्र लाभार्थियों की आवास की प्रथम किश्त सचिव लक्ष्मण व द्वितीय व तृतीय किश्त व जियो टैग सचिव प्रेयश गहोई ने की है।
पीडी ने दोनो सचिवो द्वारा सरकारी धन की क्षति कितनी की है इसकी तीन दिन के अन्दर उत्तरादायित्व तय कर जवाब मांगा था। लेकिन सचिवों की भ्रष्ट कार्यशैली को छिपाने के मामले में चर्चा में रहने वाली बीडीओ काजल रावत ने समय बीत जाने के बाद भी पीडी के पत्र का जवाब नही दिया है।
आवास में गड़बड़ी करने वाले सचिवों पर जिम्मेदारी तय करने के लिए बीडीओ को पत्र लिखा गया था जिसका जवाब अभी नही मिला है। अगर बीडीओ ने जवाब नही दिया तो अग्रिम कार्यवाही की जाएगी- गजेन्द्र प्रताप सिंह पीडी




