उत्तर प्रदेशलखनऊ

मुल्क के अमन व चैन के लिए उठे लाखों हाथ

कड़ी सुरक्षा के बीच हुई अलबिदा की नमाज
अलविदा की नमाज अदा कर मांगी अमन, चैन की दुआएं
चित्र परिचय-अलविदा की नमाज पढ़ते रोजेदार। सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेते आईजी।
सीतापुर। जिले भर में शुक्रवार को माह-ए-रमजान के आखिरी जुमे को शांतिपूर्वक तरीके से कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच अदा की गई। अकीदतमंदों ने मस्जिदों में नमजा अदा करते हुए मुल्क के अमन चैन की दुआ मांगी। आखिरी जुमें को डीएम एसपी सहित अन्य एएसपी अन्य पुलिस अधिकारियों ने पल पल पर अपनी नजर बनाए रखी। प्रयागराज में अतीक हत्याकांड को लेकर पुलिस खासा संजीदा दिखी। पुराने सीतापुर स्थिति बंगला मजिस्द में शिया धर्मगुरु मौलान इश्तियाक ने नमाज पढ़ाई। मरकज मजिस्जद में सुन्नी धर्मगुरु ने नमाज पढ़ाई। रामकोट कस्बे की जामा मस्जिद में अलविदा की नमाज अदा की गयी।

अलविदा की नमाज के दौरान स्थानीय जामा मस्जिद के अलावा क्षेत्र के अन्य गांवों की मस्जिदों में भी रोजेदारों की भीड़ उमड़ी। सभी मस्जिदों में काफी लोगों ने जुमा (अलविदा) की नमाज अदा की। रामकोट की जामा मस्जिद में मुफ्ती मो. उमैर ने अलविदा की नमाज अदा करायी। नमाज के बाद लोगों ने अल्लाह से मुल्क, कौम व मिल्लत की दुआ मांगी। लोगों के हाथ इबादत के लिए उठे तो उनके मुंह से सिर्फ अमन चौन शांति की बात निकली। मुफ्ती मो. उमैर ने रामकोट में अलविदा की नमाज से पहले बताया कि अलविदा का मतलब है किसी चीज का रुखसत होना। यानी रमजान हमसे रुखसत हो रहा है। इस दौरान जुमे में अल्लाह से खास दुआ की जाती है कि आने वाला रमजान हम सब को नसीब में हो और पूरे साल हम हर मुसीबत से महफूज रहें।

रमजान के आखिरी जुमे को अलविदा के नाम से पुकारा जाता है। इसके बाद कोई जुमा नहीं आता। इसलिए आखिरी जुमे को पढ़ी जानेवाली नमाज अलविदा की नमाज कहलाती है। उन्होंने कहा कि फितरे की रकम हर हाल में ईद की नमाज से पहले अदा कर देना चाहिए। जकात के लिए इसकी कोई बंदिश नहीं है। लेकिन यह जरूरी है कि जो लोग हैसियत वाले हैं,वे अपनी रकम का ढाई फीसदी जकात निकालेंगे। उन्होंने कहा कि पूरे रमजान में इबादतों का दौर रहता है, लेकिन रमजान के आखिरी अशरे में 21वीं, 25वी, 27वीं व 29वीं रात को जागकर इबादत करना चाहिए। इसी तरह हरगंाव, खैराबाद, महमूदाबाद, सिधौली बिसवां, जहंगीराबाद सहित अन्य क्षेत्रों में कड़ी सुरक्षा के बीच नमाज अदा की गई।

आईजी ने लिया सुरक्षा का जायजा
प्रयागराज में अहमद ब्रदर्स हत्याकांड के बाद पूरे जिले में एलर्ट जारी रहा। आखिरी जुमे की नमाज की सुरक्षा का जायजा आई जी लखनऊ परिक्षेत्र ने लिया। उन्होने सिधौली कस्बे में नमाज के दौरान पूरे कस्बे में पैदल मार्च कर सभी को सुरक्षा का अहसास दिलाया। उन्होने कहा कि त्योहार को शांति से मनाए। इस दौरान एसपी सुशील घुले चन्द्रभाल सहित सीओ सिधौली यादवेंद्र यादव सहित अन्य पुलिस अधिकारी मौजूद रहे। वही एसपी ने खैराबाद व सीतापुर कस्बे में पैदल मार्च किया। पुराने सीतापुर में ड्रोन कैमरा चलाकर सुरक्षा की गई।

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