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मजबूत आधार, ऊंचा कद और उसके बाद सरल व मिलनसार स्वासभाव से होती है पुष्पेंद्र की अलग पहचान

मजबूत आधार, ऊंचा कद और उसके बाद सरल व मिलनसार स्वासभाव से होती है पुष्पेंद्र की अलग पहचान

मोहनलालगंज लोकसभा सीट से बीजेपी के दावेदारों में सबसे आगे है यह राजनीतिक पृष्ठभूमि का यह व्यक्ति

समग्र चेतना/ राहुल तिवारी

लखनऊ। लखनऊ की मोहनलालगंज लोकसभा सीट सभी दलों के काफी चुनौती वाली रहती है दो बार से बीजेपी का इस सीट पर कब्जा और उससे पहले इस सीट पर समाजवादी पार्टी का कब्जा था। अगले साल की शुरुआत में होने वाले लोकसभा चुनाव में इस सीट को लेकर सभी दलों ने अपने समीकरण बैठने शुरू कर दिए हैं तो वहीं इस सीट से बीजेपी के वर्तमान सांसद/मंत्री कौशल किशोर की दावेदारी को खुल कर चुनौती दे रहे हैं बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के असिस्टेंट प्रोफेसर व बंथरा के भटगांव निवासी पुष्पेंद्र पासी।

लखनऊ की मोहनलालगंज लोकसभा सीट का दायरा काफी बड़ा है और इसे साध पाना हर एक के बस की बात नही है। अगर बात वोटों के गणित कि की जय तो इस लिहाज से इस सीट पर पिछड़े व दलित वोटों की संख्या हमेशा निर्णायक रहती है। बीजेपी से लगातार दूसरी बार इस सीट से सांसद कौशल किशोर टिकट के दावेदार तो जरूर हैं पर उनके लिए इस बार टिकट पाना इतना आसान नहीं होगा और कयास यह भी हैं कि शायद पार्टी उनकी सीट बदल दे ऐसे में कोई नया चेहरा पार्टी मैदान में यहां से उतार सकती है। यूं तो बीजेपी से इस सीट पर तमाम दावेदार हैं पर प्रोफेसर पुष्पेंद्र पासी की दावेदारी मजबूत दिख रही है क्योंकि उनकी राजनीतिक पृष्ठभूमि और सरल स्वभाव उन्हें भीड़ से अलग करता है।

पुष्पेंद्र की पत्नी झारखंड कैडर की आईएएस अधिकारी हैं तो वे खुद भी समाज के विकास और युवा पीढ़ी को शिक्षित बनाने के अभियान से जुड़े हुए हैं। डेवलपमेंट फाउंडेशन के संस्थापक अध्यक्ष के रूप में पुष्पेंद्र मेडिकल और इंजीनियरिंग के साथ ही सिविल सर्विसेज की तैयारी कर रहे छात्रों को निशुल्क नोट्स उपलब्ध कराने के साथ ही उनके लिए निशुल्क ऑनलाइन कोचिंग और कैरियर काउंसलिंग की व्यवस्था करते हैं उनका मानना है युवा मजबूत होगा तो देश का भविष्य सुरक्षित होगा। पुष्पेंद्र के भाई आदित्य रंजन सिविल जज हैं तो उनके नाना चंद्रपाल रावत उन्नाव की हसनगंज विधानसभा सीट से विधायक रहे हैं।

पुष्पेंद्र की पारिवारिक पृष्ठभूमि से ही उन्हें उच्च स्तरीय शिक्षा व राजनीति विरासत में मिली है। आधार और कद जितना ऊंचा हैं पुष्पेंद्र का स्वभाव उतना ही सरल और मिलनसार है मतलब जिससे एक बार मिले उसके दिल में बस गए। पुष्पेंद्र कहते हैं कि वे समाजसेवा कर रहे हैं और आगे भी करते रहेंगे हां अगर बीजेपी उन्हें अवसर देती है तो वे राजनीतिक मैदान में उतर जन सेवा करेंगे।

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