रसूखदार कोतवालों व दरोगाओ के आगे नतमस्तक क्यों है लखनऊ के पुलिस कमिश्नर?

नए पुलिस कमिश्नर के कार्यकाल में बेलगाम हो रहा है अपराध,
तेजी से बढ़ी हैं आपराधिक घटनाएं
राहुल तिवारी/ समग्र चेतना
लखनऊ। लखनऊ में पुलिस कमिश्नर एस बी शिरोडकर के आने के बाद से लखनऊ में ताबड़तोड़ आपराधिक वारदातों में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। लूट हत्याएं मारपीट जैसी दर्जन भर से भी ऊपर घटनाएं हो चुकी है लेकिन उसके बाद भी लखनऊ के कुछ थानों में सालों से बैठे कोतवाल, दरोगा चौकी इंचार्ज मलाई काट रहे हैं। लखनऊ की पुलिस ग्रामीण क्षेत्र में रात्रि गस्त भी नही कर रही है। जिसके कारण ग्रामीण क्षेत्र में चोरियों की वारदात काफी बढ़ी हुई है।
शायद लखनऊ पुलिस सरकार की छवि को खराब करने पर तुली है और कमिश्नर साहब चुप्पी साधे बैठे हैं। लखनऊ में तमाम थाने ऐसे है जहाँ कोतवाल सालों से जमे हुए हैं जबकि इन कोतवालो के सामने अन्य थानों में तमाम कोतवाल बदले जा चुके हैं लेकिन इन कोतवालो का रसूख पुलिस महकमे के बड़े जिम्मेदारों तक होने के कारण पुलिस कमिश्नर भी इनको नहीं हटा पा रहे हैं। कुछ चौकी इंचार्ज व कोतवाल तो डीसीपी से लेकर सीपी तक अपनी सेटिंग बनाये हुए हैं जिसके चलते वो अपने चौकी क्षेत्र में मनमानी चला रहे हैं। जब हालात ये होगें तो आखिर कैसे कम होगा लखनऊ में अपराध व आपराधिक घटनाएं।



