जौनपुर : केराकत-देवगांव सड़क मार्ग पर पुलिया टूटी, 4 किमी से अधिक जाम लगा

जौनपुर : जौनपुर जिले के केराकत में भारी वाहनों के आवागमन से केराकत-देवगांव मार्ग पर अमिहित गांव में मंगलवार की रात पुलिया टूट गई। इस वजह से वाहनों की कतारें लग गईं। दोनों तरफ करीब 4 किलोमीटर से अधिक लंबा जाम लगा रहा। किसी तरह वाहनों को मोड़कर अकबरपुर-सेनापुर मार्ग से निकाला गया। वहीं, आजमगढ़ की तरफ से आने वाले वाहनों को वापस भेज दिया गया। पुलिया से केवल दो पहिया वाहनों की आवाजाही हो रही है। चंदवक के गोमती नदी पर बने दीनदयाल सेतु के क्षतिग्रस्त होने के बाद भारी वाहनों का आवागमन थानागद्दी होते हुए केराकत-देवगांव मार्ग की तरफ से होने लगा था। शुरू में कुछ वाहन खुज्जी की तरफ से भी जाने लगे थे, जिससे केराकत-खुज्जी मार्ग पर स्थिति टाइबिर मंदिर पुलिया क्षतिग्रस्त हो गई थी।
इसके बाद खुज्जी की तरफ से जाने वाले बड़े वाहनों पर रोक लगा दी गई थी। अब वाहनों को केराकत-देवगांव मार्ग की तरफ मोड़ दिया गया था। इससे अमहित गांव की संकरी पुलिया क्षतिग्रस्त हो गई लेकिन वाहन का दबाव लगातार बना रहा। मंगलवार की रात यह पुलिया टूट गई। इसकी सूचना पाकर पुलिस पहुंची और वाहनों का आवागमन रोक दिया। धीरे-धीरे पुलिया के दोनों तरफ लंबा जाम लग गया। करीब चार किमी लंबे जाम में सैकड़ों वाहन फंस गए। भोर में चार बजे तक वाहनों की कतारें लगी रहीं। पुलिस ने किसी तरह वाहनों को मोड़कर अकबरपुर-सेनापुर के रास्ते भेजा। वहीं आजमगढ़ की तरफ से आने वाले वाहनों को वापस कर दिया गया।
अब पुलिया से सिर्फ दो पहिया वाहन ही जा सकते हैं। वहीं, पुलिया टूटने से कई गांवों का संपर्क भी टूट गया है। केराकत के नरहन निवासी इंद्रसेन सिंह ने कहा कि एनएचएआई व परिवहन विभाग की लापरवाही का खामियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है। भारी वाहन बिना रोक-टोक ग्रामीण सड़कों पर दौड़ रहे हैं, जिस कारण यह हालत हो गयी है। पिछले 10 माह में क्षेत्र की तीन पुलिया, टाइबिर मंदिर पुलिया, सरकी पुलिया और अमिहित पुलिया टूट गई। इससे क्षेत्र के लोगों को आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।




