रेलवे के बड़ौदा हाउस के अधिकारियों की हीलाहवाली के चलते अटका हरौनी रेलवे ओवर ब्रिज

रेलवे के बड़ौदा हाउस के अधिकारियों की हीलाहवाली के चलते अटका हरौनी रेलवे ओवर ब्रिज
बड़ौदा हाउस ने दो महीने बाद भी नहीं भेजी सैंपलिंग रिपोर्ट, वन विभाग के कारण भी अटका है रोड़ा
समग्र चेतना/ राहुल तिवारी
लखनऊ। हरौनी रेलवे क्रासिंग का ओवरब्रिज का कार्य जो बीते तीन महीने रूका पड़ा है वह सिर्फ इसलिए कि रेलवे के बड़ौदा हाउस कार्यालय ने अब तक सैंपलिंग रिपोर्ट नही भेजी है। जिस पुल को बनकर लिन्टर भी पड़ जाता है लेकिन रेलवे अफसरों की लापरवाही से पुल का कार्य ज्यों का त्यों ही पड़ा है।
स्थानीय लोगों को आधे अधूरे पुल की वजह से आवागमन में भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। रेलवे ने लखनऊ के जिलाधिकारी से पिलर बनाने के लिए तीन महीने रास्ता बंद करने का समय भी मांगा था लेकिन दुर्भाग्य सरकारी मशीनरियो का जो अधिकारी इतना सुस्त काम करते हैं और जनता परेशान होती है।
गौरतलब हो कि बन्थरा के बनी मोहान मार्ग पर हरौनी रेलवे क्रासिंग के ऊपर से फ्लाईओवर ब्रिज बन रहा है लगभग काम 70 प्रतिशत पूर्ण हो चुका है लेकिन पिलर के लिए गढ्ढा दो माह से खुदा पड़ा है सिर्फ इसलिए कि रेलवे के बड़ौदा हाउस से अधिकारियों द्वारा आज भी सैम्पलिंग रिपोर्ट नहीं भेजी गई है।जिससे काम दो माह से रूका पड़ा है। जनता को आवागमन में काफी परेशानी हो रही है।
निर्माणाधीन पुल की वजह से धूल धक्कड़ भी उड़ रही है आसपास के लोग बिमार हो रहे हैं लेकिन रेलवे के जिम्मेदारो की कुम्भकर्णी नींद नहीं खुल रही है। वहीं पुल के नीचे दोनों ओर सर्विस लेन बननी है जिसका रूपये भी राज्य सेतु निगम द्वारा वन विभाग व लोकनिर्माण विभाग को जमा किया जा चुका है। लेकिन वन विभाग के ढूलमूल रवैया से सर्विस लेन बनाने का काम भी रूका है।
वन विभाग किनारे खड़े पेड़ों को अभी भी नहीं कटवा सका मतलब जनता की राहत के लिए सरकार द्वारा जनकल्याणकारी योजनाओं को लगातार पहुंचाया जा रहा है लेकिन सरकार के विभागीय अधिकारी ही अब सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं में रोड़ा बन रहे हैं शायद इसलिए हरौनी रेलवे क्रासिंग के फ्लाईओवर ब्रिज के पुल का कार्य रूका पड़ा है।




