निःशुल्क शिक्षा के लिए 11 जून तक करें आवेदन, गुरुजी को शतायु होने पर शिष्यों ने किया सम्मान

निःशुल्क शिक्षा के लिए 11 जून तक करें आवेदन
सीतापुर। सहायक श्रमायुक्त उमेश कुमार ने बताया कि उप्र भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड द्वारा पंजीकृत निर्माण श्रमिकों के बच्चों की कक्षा 06 से 12 तक निःशुल्क एवं गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए अटल आवासीय विद्यालय, सिठौली कला, मोहनलालगंज, लखनऊ में संचालित किया जाना है, जिसमें शैक्षणिक वर्ष 2023-24 के लिए कक्षा 06 में 80 सीटों (40 बालक एवं 40 बालिकाओं) के प्रवेश के लिए पात्र अभ्यर्थियों से आवेदन पत्र (ऑफलाइन) आमंत्रित किये जा रहें। पात्रता बिन्दु उम्मीदवार 10 से 13 वर्ष आयु वर्ग का होना चाहिये अर्थात जिसका जन्म 01मई 2010 से पहले तथा 30अप्रैल 2013 के बाद नहीं होना चाहिये।
ऐसे पंजीकृत निर्माण श्रमिक जिनकी पंजीयन अवधि 01अप्रैल2023 को कम से कम 03 वर्ष पूर्ण हो चुकी हो अर्थात 01अप्रैल2020 से पूर्व के पंजीकृत सभी निर्माण श्रमिक पात्र माने जाएंगे। कोविड के कारण अनाथ बच्चे जिनका महिला एवं बाल कल्याण विभाग में पंजीयन हो अथवा मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना (सामान्य) के लिए पात्र बच्चे जिन की आयु 10 से 13 वर्ष के मध्य हो। आवेदन पत्र समस्त संलग्नकों सहित 27मई 2023 सायं 05 बजे तक जनपद के श्रम विभाग कार्यालय में जमा किये जायेंगे। अभ्यर्थियों के लिए प्रवेश परीक्षा 11जून 2023 (रविवार) को प्रातः 11 बजे से अपरान्ह 01 बजे तक आयोजित की जाएगी।
चयन परीक्षा की अवधि 02 घण्टे की होगी। परीक्षा में कुल 80 प्रश्न होंगे जो कुल 100 अंकों के होंगे। प्रश्न केवल वस्तुनिष्ठ प्रकार के होंगे, जो तीन खण्डों (मानसिक क्षमता का परीक्षण-40 प्रश्न, अंक गणित-20 प्रश्न एवं भाषा परीक्षण-20 प्रश्न) में विभाजित होंगे। प्रत्येक प्रश्न के सही उत्तर पर 01.25 अंक दिये जायेंगे। उन्होंने समस्त पंजीकृत निर्माण श्रमिकों से अपील की है कि उपरोक्त पात्रता के अनुसार अपने बच्चों का आवेदन फार्म कार्यालय सहायक श्रमायुक्त, 96, अशरफ मंजिल सिविल लाइन्स, सीतापुर में 27मई 2023 की सायं 05 बजे जमा कराने का कष्ट करें ताकि निःशुल्क एवं गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की सुविधा मिल सके।
गुरुजी को शतायु होने पर शिष्यों ने किया सम्मान
सीतापुर। गुरुर्र ब्रह्मा गुरूर्र विष्णु गुरूर्र देव महेश्वरः, जैसी उक्त पंक्तियां बिलकुल सही है। प्राचीन काल से लेकर आज तक बिना गुरु के ज्ञान प्राप्त नहीं किया जा सकता। गुरु शिष्य का नाता पिता पुत्र के रिश्ते से भी कही अधिक बढ़कर होता है। प्राप्त जानकारी के अनुसार कसमंडा के प्राथमिक विद्यालय से शिक्षा प्राप्त करने के बाद उसी प्राथमिक विद्यालय में बतौर शिक्षक बनकर पहुंचे। कोकनामउ निवासी पूर्व प्रधानाध्यापक विश्वनाथ प्रसाद अवस्थी ने अपने कार्यकाल में क्षेत्र के हजारों बच्चों को शिक्षा ग्रहण कराई। जिसमें से कुछ बच्चे अच्छे किसान, कुछ नेता और कुछ सरकारी सेवा में चले गये।
इन शिष्यों में से कसमंडा निवासी शिष्यों ने सरकारी सेवा से सेवानिवृत होकर अपने गुरु जी की 100 वर्ष उम्र पूरी होने के अवसर पर शनिवार को गुरु जी सम्मान समारोह आयोजित किया। सम्मान समारोह के आयोजक शिष्यों में रशमेंद्र सक्सेना, यशपाल सिंह, आदित्य नारायण सिंह, महेंद्र पाल सिंह, विनय प्रकाश मिश्र, राजेंद्र कुमार आदि ने लेखनी, अंगवस्त्र भेंटकर माल्यार्पण कर आशीर्वाद लिया। इस अवसर पर रशमेंद्र सक्सेना भारत सरकार के ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा संचालित संस्था ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण में राज्य निदेशक पद पर कार्यरत हैं। यशपाल सिंह सेवानिवृत्त बैंक मैनेजर जिला सहकारी बैंक, आदित्य नारायण सिंह मुख्यालय मैनेजर सीतापुर जिला सहकारी बैंक, महेंद्र पाल सिंह सेवानिवृत्त बैंक मैनेजर जिला सहकारी बैंक, विनय प्रकाश मिश्र सेवानिवृत्त सुपर वाइजर मत्स्य निगम, राजेंद्र कुमार सहित विद्यालय के शिक्षक प्रमोद कुमार भावना मिश्र, प्रताप यादव, वेद प्रताप सक्सेना आदि लोग उपस्थित रहे।



