तहसील प्रशासन की शह पर दबंगों द्वारा आबादी की सरकारी भूमि पर बने गरीबों के घर गिराकर कब्जा

तहसील प्रशासन की शह पर दबंगों द्वारा आबादी की सरकारी भूमि पर बने गरीबों के घर गिराकर कब्जा
राजस्व निरीक्षक की गलत पैमाइश से सरकारी भू सम्पत्ति पर बने खडंण्जा नाली पर जेसीबी से कब्जा
समग्र चेतना लखनऊ
लखनऊ । तहसील सरोजनीनगर के ग्राम सभा हरौनी के बृजेन्र्द सिहँ” काका समाजसेवी ने पीड़ितों के साथ खड़े होकर, राजस्व निरीक्षक अनिल ओझा व गाँव के ही विवेक राज व ऋषिराज के साथ मिलीभगत करके पैमाईश में की गयी हेराफेरी से लाभ पहुँचाने का अजीबोगरीब तरीका निकाला गया ।
तहसील प्रशासन का वरदहस्त पाकर जहाँ कब्जेदारो के हौसले बुलन्द हो गये वहीं अपनी गाटा सँ०-430, रकबा 01 बीघा 02 बिस्वा एवँ 05 बिस्वा भूमि सरकारी राजस्व अभिलेखों में ग्राम आबादी की भूमि अंकित है कब्जेदारों द्वारा अपने खेत की पैमाईश कराने के साथ ही 05 बिस्वा आबादी की वह भूमि जिस पर सरकारी खडण्जा, नाली, सरकारी पाईप लाईन अन्दर बिछी पड़ी है, उक्त आबादी की भूमि को अपने गाटा सँख्या में जे०सी०बी० चलाकर जबरन अपने गाटा में मिला लिया राजस्व निरीक्षक का वरदहस्त पाकर अपने रसूख का इस्तेमाल करते हुए, मुन्ना मंसूरी, मु० इब्राहिम, इस्माईल, अजीज व मुनीर के बने घरों को भी जे०सी०बी० से गिरा दिया गया, उनकी हनक और धमक के सामने ग्रामवासी व गरीब चिल्लाते रहे, परन्तु जे०सी०बी० द्वारा कब्जा होता रहा ।
बन्थरा पुलिस से की गयी शिकायत में पुलिस भी नतमस्तक होकर वापस हो गयी । गाँव के पूर्व प्रधान बृजेश सिंह ” डब्बू ने बताया कि जिस खंड़ज्जे पर कब्जा किया जा रहा है वह काफी पुराना है और 1986 में प्रधान राजेन्द्र सिंह द्वारा लगवाया गया था लेकिन राजस्व निरीक्षक की गलत पैमाइश से यह सब हो रहा है वही वर्तमान प्रतिनिधि समर सेन शेरा ने कहा कि अगर इस मामले का जल्द से जल्द निस्तारण न किया गया तो कोई भी अप्रिय घटना घटित हो सकती है|




