शिकायत हुई दो बार, जांच भी हुई पर उसके बाद भी अधिकारियों ने नही मुक्त करवाई शमशान की भूमि

ग्राम सभा पिपरसण्ड के कुछ लोगों ने कर रखा है शमशान की भूमि पर अवैध कब्जा
समग्र चेतना ब्यूरो
लखनऊ। सरोजनीनगर की ग्राम सभा पिपरसण्ड में गाटा सँख्या—1030, जो राजस्व अभिलेखों में शमशान के रुप में दर्ज है पर कुछ दबंग लोगों के उस जमीन पर जबरन कब्जा कर रखा है। जांच में लेखपाल के द्वारा भी उक्त कब्जे को अवैध करार दिया गया यही नही इसको लेकर ग्रामीणों के द्वारा मुख्यमंत्री के शिकायती पोर्टल भी शिकायत दर्ज कराई जा चुकी है पर जिम्मेदार अधिकारी इन कब्जा करने वालों पर कार्यवाही करने को तैयार नही हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार आरोपी बग्राम का निवासी है। प्रदेश में बीजेपी की सरकार बनने के बाद ही सीएम योगी के द्वारा एन्टी भूमाफिया सेल का गठन किया गया था ताकि भूमाफियाओं के खिलाफ प्रभावी कार्यवाही की जा सके। इसका असर भी दिखा। लेकिन राजधानी लखनऊ में ही अधिकारियों के संरक्षण के चलते सरोजनीनगर की ग्रामसभा पिपरसण्ड में शमशान की भूमि पर ही गाँव के लोगों ने अपने आतंक के बल पर कब्जा कर रखा है।इसकी शिकायत एसडीएम से की गई और जब इसकी जांच क्षेत्रीय लेखपाल के द्वारा की गई तो उसमें भी शमशान की भूमि पर अवैध कब्जा पाया गया।
लेखपाल के द्वारा अपनी रिपोर्ट तहसीलदार को कार्यवाही के लिए भेज दी गयी। एसडीएम के द्वारा कब्जा करने वालों को कब्जा हटाने के लिए दी गयी नोटिस समयावधि समाप्त होने के बाद भी तहसीलदार के द्वारा कोई कार्यवाही नही की गई है। ग्रामीणों ने इस मामले की शिकायत सीएम पोर्टल पर भी की लेकिन उसके बाद भी कोई अधिकारी कब्जे को हटवाने के लिए आगे नही आया है जिससे ग्रामीणों में खासी नाराजगी है। लेखपाल के द्वार किये गए स्थलीय निरीक्षण से भी साफ हो चुका है कि गाटा सँख्या—1035/3.034 हेक्टे० पर दबंगों द्वारा कृषि कार्य भी धड़ल्ले किया जा रहा है।
उपजिलाधिकारी द्वारा इन लोगों को दी गयी समयावधि के समाप्त होने उपरान्त भी जब कोई कार्यवाही नहीं की गयी तो शिकायतकर्ता द्वारा तहसीलदार से पुनः शिकायत की गई इसको भी कई माह व्यतीत हो चुके हैं पर करने के बाद भी तहसीलदार सरोजनीनगर द्वारा शमशान की भूमि को सशक्त लोगों से छुड़ाने को लेकर कोई कार्यवाही नही की गई जिससे इस पूरे मामले में अफसरों की सांठगांठ साफ झलकती है।
 
					 
					



