CHC प्रभारी सरोजनीनगर की तानाशाही, PHC हरौनी में तमाम प्रयासों के बाद भी नही शुरू हो पा रही डिलीवरी सुविधा

राहुल तिवारी/ समग्र चेतना
लखनऊ। राजधानी में व आसपास के ग्रामीण क्षेत्र में बने प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों का हाल बेहद बुरा है और जिम्मेदार इस ओर ध्यान देना भी उचित नही समझ रहे हैं। सरोजनीनगर विकास खंड के हरौनी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र जहाँ तीन साल बाद डिलीवरी की सुविधा तो चालू हुई लेकिन चार स्टाफ़ नर्सो की जगह महज दो ही स्टाफ नर्स को भेजा गया। विधायक सांसद ने भी सीएचसी सरोजनीनगर अशुंमान श्रीवास्तव व मुख्य चिकित्सा अधिकारी लखनऊ से कहा लेकिन सीएचसी सरोजनीनगर के तानाशाह अधिक्षक व लखनऊ के सीएमओ सत्ता के जनप्रतिनिधियों की भी एक सुनना जरूरी नही समझ रहे हैं।
आलम यह है कि हरौनी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र मे तैनात दो स्टाफ़ नर्सो को 12 घंटे की डियूटी करनी पड़ रही है जब सरकारी आदेश के अनुसार स्टाफ़ नर्सो की डियूटी महज़ 6 -6 घंटे की होती है और चार स्टाफ़ नर्से काम करती हैं। सरोजनीनगर के चन्द्रावल प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र मे स्टाफ़ नर्स आशा भारती ओपीडी सम्भाल रही और यहाँ डिलीवरी 6 माह से निल है तो क्या स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी इस स्टाफ़ नर्स की नियुक्ति हरौनी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र मे नही कर सकते हैं जब यहाँ स्टाफ़ नर्सो की कमी है।
लेकिन अधीक्षक की मनमानी लगातार चन्द्रावल प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र मे तैनात स्टाफ़ नर्स आशा भारती के ऊपर बरस रही है इतना ही नहीं हरौनी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र मे भर्ती महिला मरीज कान्ति निवासी हरौनी ने कहा कि यहाँ न तो इनवर्टर की व्यवस्था है लाइट जाने पर काफी दिक्कत मरीजों को झेलनी पड़ती है। सफाई कर्मचारी ना होने की वजह से यहां गंदगी का अम्बार लगा है। जब स्वास्थ्य व्यवस्था का यह हाल राजधानी के आसपास के ग्रामीण इलाकों का है तो प्रदेश के अन्य जिलों की स्थिति क्या होगी खुद ब खुद अन्दाज़ लगाया जा सकता है।




