रसूख के दम पर जमे दागी कोतवाल व दरोगाओं की कहानी

राहुल तिवारी
लखनऊ। राजधानी में पुलिस कमिशनरेट प्रणाली लागू होने के बाद व लखनऊ के पहले पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडे ने जो नीव रखी उसे दूसरे पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने भी उसी तरह से आगे बढ़ाया पर कुछ दागी और रसूखदार कोतवाल ईमानदार पुलिस कमिश्नर व सरकार की छवि को धूमिल करने में कोई कोर कसर नही छोड़ रहे हैं, इस मामले में बंथरा थाना प्रभारी सबसे आगे हैं।
राजधानी में लम्बे समय से अपने रसूख के दम पर जमे कुछ दागी कोतवाल व दरोगाओं ने कमिश्नर प्रणाली को स्वाहा करने में कोई कोर कसर नही छोड़ी है। अगर बात करें राजधानी के बन्थरा थाने की तो यहाँ क्षेत्र में अब तक लगभग 3 दर्जन चोरियों से बन्थरा क्षेत्र की जनता इस तरह से परेशान है कि जनता अब खुद रात रात जागकर अपने घर की सुरक्षा कर रही है लेकिन पुलिस गश्त इसके बाद भी नही बढ़ाई गई है।
कमिश्नर प्रणाली में पुलिस के अधिकारियों की अनुकम्पा से थाने में सालों से जमे दागी इन्सपेकटर योगी सरकार की छवि को धूमिल करने का काम कर रहे हैं इतना ही नहीं हद तो तब देखने को मिली जब खुद बन्थरा कोतवाल ने अपने रसूख का इस्तेमाल करते हुए ज्यादातर सिपाही व दरोगाओं की अपने अधिकारियों को रिपोर्ट भेजकर इनका स्थानांतरण करवा दिया और अपने साथ हुसैन गंज थाने से अपने करीबी सिपाही अवध को थाने पर लाकर उसको अपना हमराही बनाया जो अब बन्थरा थाने को खुद चला रहा है।
क्षेत्र में होने वाले अवैध काम चाहे वह खनन हो या कच्ची शराब या मादक पदार्थ सहित तमाम जानवरों की निकलने वाली गाडियों की वसूली कर बन्थरा प्रभारी तक पहुंचाने का काम करता है। एक कहावत है कि जब सैंया भये कोतवाल तो डर काहे को यह कहावत बन्थरा प्रभारी पर बिलकुल सही और सटीक बैठती है और अभी हाल में ही अपने साथी दरोगा जो हुसैन गंज में तैनात थे।
अधिकारियों व उनके स्टेनो से सम्पर्क कर उनको भी हरौनी चौकी का इचार्ज बनवा दिया। बन्थरा प्रभारी के किस्से शायद पुलिस के अधिकारियों से भी नहीं छिपे है ये बन्थरा में ही नहीं बल्कि इनके आशियाना थाने में भी तैनात रहने के दौरान आशियाना थाने के पुलिस कर्मी तक इनसे बुरी तरह परेशान थे और आज बन्थरा में भी ज्यादा से ज्यादा पुलिस कर्मी इनके अभद्र भाषा के व्यवहार के कारण अपना अपना स्थानांतरण करवा कर चले गए।
पुलिसकर्मियों की कमी भी इलाके में क्राइम कन्ट्रोल में बाधक बन रही और थाना प्रभारी इसके बाद भी मनमानी करने से बाज नही आ रहे हैं। ग्रामीणों ने पुलिस कमिश्नर से दागी थाना प्रभारी को हटा कर किसी साफ सुथरी छवि के अधिकारी को तैनात करने की मांग की है ताकि वे अपने को सुरक्षित महसूस कर सकें।




