थम नहीं रहा है बंथरा के किशनपुर के प्राचीन मंदिर में तोड़फोड़ कर अवैध कब्जे का सिलसिला

थम नहीं रहा है बंथरा के किशनपुर के प्राचीन मंदिर में तोड़फोड़ कर अवैध कब्जे का सिलसिला
ग्रामीणों ने गृह सचिव व मंडलायुक्त से की शिकायत
समग्र चेतना
लखनऊ। सरोजनीनगर के बंथरा स्थित किशुनपुर कौड़िया गांव में करीब 100 वर्ष पुराने श्रीराम जानकी मंदिर (ठाकुर द्वारा) को तोड़कर उसमें अवैध रूप से कब्जा कर मकान बनाने का मामला रुक नहीं रहा है। इसको लेकर गांव के राकेश कुमार द्विवेदी ने मुख्यमंत्री, अपर मुख्य सचिव (गृह) और मंडलायुक्त को पत्र भेजकर इसकी शिकायत की है।
राकेश कुमार द्विवेदी का कहना है कि गांव में उनके पूर्वजों द्वारा करीब 100 वर्ष पहले श्रीराम जानकी मंदिर (ठाकुर द्वारा) व शिव मंदिर ग्राम समाज की भूमि गाटा संख्या 130 में बनवाया गया था। राकेश कुमार द्विवेदी का आरोप है कि अब गांव के ही रिश्तेदार माया देवी और उनके पति राकेश शुक्ला जबरन उस मंदिर में अवैध रूप से कब्जा कर उसे तोड़ कर मकान निर्माण करा रहे हैं।
आरोप है कि इनकी वजह से गांव का कोई भी व्यक्ति मंदिर में पूजा अर्चना और दर्शन करने नहीं जा पा रहा है। आरोप है कि मंदिर के पूर्व व उत्तर में मौजूद कुए को आरोपियों ने बंद कर उसका अस्तित्व समाप्त कर दिया है। वहीं उत्तर तरफ स्कूल के खेल मैदान में दर्ज भवन गाटा संख्या 121 क पर मकान बनाकर कब्जा भी कर लिया है। राकेश कुमार द्विवेदी का कहना है कि इसको लेकर मंदिर खाली कराने के लिए आरोपियों से काफी दिनों पहले विवाद हुआ था।
तब 5 फरवरी 2001 को स्थानीय पुलिस और तत्कालीन ग्राम प्रधान के अलावा गांव के अन्य लोगों के साथ बैठकर समझौता हुआ था कि मंदिर को 6 माह के भीतर खाली कर दिया जाएगा। लेकिन इसके बावजूद आरोपी लोग मंदिर को तोड़कर उसमें घर बनाने में जुटे हैं और मंदिर नहीं खाली कर रहे। आरोप है कि मंदिर से मिला हुआ हनुमान मंदिर है। जिसकी आरोपियों ने दीवाल भी तोड़ दी है।
इसकी जानकारी होने पर जब राकेश कुमार द्विवेदी ने विपक्षियों से ऐसा करने से रोका तो उन्होंने अपने बेटों सहित मिलकर लड़ाई झगड़ा करने के साथ ही जान से मारने की धमकी देने के अलावा किसी फर्जी मुकदमे में फंसा कर जेल भेजने की भी धमकी दी। तब 26 जून 2023 को पीड़ित ने बंथरा थाने में इसकी शिकायत की।
लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसके बाद इसकी शिकायत सरोजनीनगर एसडीएम से की गई, लेकिन इसके बावजूद आरोपियों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं हुई। आरोप है कि मंदिर के गर्भ गृह में मौजूद राम, लक्ष्मण, सीता की बेशकीमती मूर्तियां और अन्य देवी-देवताओं की पीतल की मूर्तियों सहित शंख व घंटा आदि विपक्षियों ने बेच भी दिया है।




