अम्बेडकर की प्रतिमा पुनर्स्थापित और परिसर का सुन्दरीकरण करवाने की मांग

सिधौली/सीतापुर। तहसील क्षेत्र के ग्राम सुजौलिया के निवासियों ने असामाजिक तत्वों द्वारा लगभग 25 वर्ष पूर्व क्षतिग्रस्त कर दी गई डा0 भीमराव अम्बेडकर की प्रतिमा पुनर्स्थापित कराने और परिसर का सुन्दरीकरण करवाने की मांग की है।
ग्राम सुजौलिया निवासी बौद्ध भिक्खु भन्ते धम्मसागर और भन्ते आश्वासन ने बताया कि 20 मार्च, 1993 में भारतीय प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठ अधिकारी चन्द्रपाल द्वारा तत्कालीन उपजिलाधिकारी और पुलिस उपाधीक्षक की उपस्थिति में गाटा संख्या-205 में, जो कि राजस्व अभिलेखों में खलिहान के रूप में दर्ज है, पर डा0 बी.आर. अम्बेडकर की प्रतिमा की स्थापना करवाई थी।
दिनांक 31 दिसम्बर 1996 को कुछ आसामाजिक तत्वों द्वारा बाबा साहब की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त कर दिया गया था। स्थानीय प्रशासन द्वारा उक्त स्थान की कोई सुधि नहीं ली गई है। तब से क्षतिग्रस्त प्रतिमा उसी स्थिति में खड़ी है। लगभग पौने दो बीघे के प्रांगण पर आस पास के लोग अतिक्रमण कर रहे है तथा स्थान अत्यधिक गन्दगी का शिकार है। परिसर के उत्तर में स्थित मकानों के निकास उत्तर की ओर थे परन्तु परिसर की उपेक्षा और अव्यवस्था का लाभ उठाकर लोगों ने अपने अपने मकानों के निकास दक्षिण दिशा में प्रतिमा परिसर में खोल लिए हैं और निरन्तर अतिक्रमण कर रहे हैं। भिक्खुद्वय ने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी, केन्द्रीय मानवाधिकारी आयोग तथा अन्य जिम्मेदार पदाधिकारियों को प्रार्थनापत्र भेजकर मांग की है कि उपरोक्त स्थान पर बाबा साहब की नई प्रतिमा स्थापित करवाई जाए और परिसर का सुन्दरीकरण करवाया जाए।




