बंथरा में बेअंदाज कोतवाल का फ्लाप शो जारी

पूरे क्षेत्र में अवैध कारोबार और चोरों का बोलबाला
अवैध उगाही में मस्त कोतवाल क्षेत्र में हो रहे अपराध से जानकर रहते हैं अंजान
समग्र चेतना/ राहुल तिवारी
लखनऊ। बंथरा में बेअंदाज कोतवाल का फ्लाप शो जारी है, क्षेत्र में पुलिस की शह पर धड़ल्ले से चल रहे अवैध खनन की शिकायत डीजीपी और सीएम योगी तक से ट्वीटर पर की जा चुकी है और जांच के आदेश भी हो चुके हैं वहीं क्षेत्र में आने वाले दर्जनों गांव के ग्रामीण एक के बाद एक हो रही चोरियों से बुरी तरह परेशान हैं पर हर चोरी के बाद इस लापरवाह कोतवाल का एक ही जवाब होता है कहां हुई चोरी मुझे तो नही पता, कोतवाल साहब पता होगा भी कैसे जब आपका सारा ध्यान सिर्फ अवैध वसूली के बंटवारे में ही लगा रहता है। नाराज बंथरा के ग्रामीणों ने पुलिस कमिश्नर से इसे भ्रष्ट कोतवाल को तत्काल हटाने की मांग की है।
बन्थरा थाना क्षेत्र में बीते एक माह में ताबड़तोड़ चार घरों में चोरियां हुईं हैं और पुलिस किसी एक घटना का खुलासा करने में नाकाम रही है। पुलिस की रात्रि गश्त भी सिर्फ कागजों पर ही हो रही है। ग्रामीणों का कहना है कि लगता है कि अपनी और अपने घरों की सुरक्षा भी खुद ही करनी पड़ेगी क्योंकि पुलिस तो सो रही है। 20 दिन पूर्व उम्मेद खेड़ा के तीन घरों में चोरियां वहीं मंगलवार को हमीरपुर गाँव में लाखों की चोरियां लेकिन थाना प्रभारी को इसकी जानकारी तक नहीं हुई। पूछने पर कोतवाल साहब का कहना था कि मेरी जानकारी में तो नहीं है आपको मालूम हो तो बताओ। इससे पहले उम्मेद खेड़ा में चोरी की घटना पूछने पर भी साहब के यही बयान थे शायद इसिलिए जनता के बीच पुलिस की हीलाहवाली की चर्चाएं जारी है।
थाना प्रभारी के बदलते और नवनियुक्त थाना प्रभारी हेमंत राघव के चार्ज सम्भालते ही बन्थरा क्षेत्र में जहाँ अवैध कारोबार काफी तेजी से सक्रिय हो गया है वहीं बन्थरा क्षेत्र में चोरियों की घटनाएं काफी तेजी से बढ़ गई है। इसकी जानकारी कमिशनरेट पुलिस के अधिकारियों को भी है लेकिन वो भी जान कर अंजान बने हुए हैं। बता दे थाना क्षेत्र के सभी अवैध कारोबारियों को थाना प्रभारी व उनके कारखास का संरक्षण प्राप्त हैं। बन्थरा क्षेत्र में लगातार अवैध खनन लकड़ी कटान बदस्तूर जारी है और अगर इसकी खबर पत्रकार इसकी खबर प्रकाशित करते हैं तो थाना प्रभारी द्वारा उन पत्रकारों को बंदर भभकी दी जाती है। मतलब साफ है कि हम कुछ भी करे लेकिन न कुछ लिखों न कुछ पूछो। इतना ही नहीं थाना प्रभारी के कारखास का स्थानांतरण भी गैर जनपद हुए लगभग 6 माह बीत गये हैं लेकिन अधिकारियों की अनुकम्पा से आज तक भी उसकी रवानगी नहीं की गई है। मतलब साफ है कि कमाऊ पूत की अगर रवानगी कर दी जायेगी तो क्षेत्र में अवैध कारोबारियों को संरक्षण कैसे मिलेगा और अवैध काम बंद हो जायेगा तो मोटा माल कैसे आयेगा।




