सरकार के आदेश के विपरीत बंथरा में सार्वजनिक व धार्मिक स्थलों के पास धड़ल्ले से चल रहीं हैं मांस की दुकानें

सरकार के आदेश के विपरीत बंथरा में सार्वजनिक व धार्मिक स्थलों के पास धड़ल्ले से चल रहीं हैं मांस की दुकानें
समग्र चेतना/ राहुल तिवारी
लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार के अध्यादेश पर पूर्व राज्यपाल रामनाइक ने गांवों में मांस की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने के अध्यादेश को मंजूरी दी थी जिसमे तत्कालीन राज्यपाल ने यह आदेश आबकारी संसोधन अधनियम 2018 एवं उत्तर प्रदेश क्षेत्र पंचायत जिला पंचायत संसोधन 2018 को अनुमति प्रदान की थी। इसके बाद भी धार्मिक स्थलों के आस पास से मांस की दुकानें नही हटवाई गईं हैं।
सरकार के उक्त आदेश में सार्वजनिक जगह व धार्मिक स्थलों व गांवों के आस पास मांस की बिक्री को रोके जाने का नियम है यह जानकारी देते हुए हिन्दू जागरण मंच के जिला संयोजक सूर्यभान विश्वकर्मा ने बताया कि अध्यादेश में यह भी दर्शाया गया था कि खुले में मांस नहीं काटा जायेगा लेकिन बन्थरा पुलिस के लिए यह आदेश शायद माने नहीं रखते हैं। बन्थरा में तमाम थाना प्रभारी आये और चले गए लेकिन किसी ने इस ओर ध्यान देना भी जरूरी नही समझा।
वर्तमान थाना प्रभारी बंथरा हेमंत राघव पर उम्मीद जताते हुए विश्वकर्मा ने कहा शायद वे सरकार के आदेशों का पालन बखूबी निभाते हुए सार्वजनिक जगहों से मांस की दुकानें हटवायेगे। इसकी शिकायत तमाम बार भाजपा जिला उपाध्यक्ष चन्दर सिंह राठौर ने भी उच्चाधिकारियों से की लेकिन किसी भी जिम्मेदार अफसर ने इस ओर बिलकुल ध्यान नही दिया।
बन्थरा के प्राचीन हनुमान मन्दिर से हाइवे पर 100 मीटर की दूरी पर व वेकेटेश्व मन्दिर की मोड़ पर मांस की दुकान खुले आम चल रही है और सार्वजनिक रूप से मांस काटा जा रहा है। वही कटी बगिया के पास रोड के किनारे मांस की दुकानें सजी है और खुलेआम मांस काटा व बेचा जा रहा है लेकिन बन्थरा पुलिस आंख मूंदे बैठी है। इतना ही नहीं क्षेत्र तमाम मांस की दुकानों का लाइसेंस तक जिला पंचायत कार्यालय से नहीं बना है और बगैर लाइसेंस के दुकानें चल रही है।




