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बंथरा थाने के बेअंदाज कोतवाल ने बनाया समाधान दिवस का मजाक

बंथरा थाने के बेअंदाज कोतवाल ने बनाया समाधान दिवस का मजाक

राजस्व निरीक्षक व लेखपालों को कोतवाल ने अपने कमरे में बैठाकर सिर्फ रसूखदारों की ही सुनी शिकायतें

जरूरतमंद फरियादी बाहर भीषण गर्मी में इंतजार कर वापस लौटे

समग्र चेतना/ राहुल तिवारी

लखनऊ। सीएम, डीएम और कमिश्नर जहां जनता के सामने ही आकर समस्या सुनते और उसके निराकरण के लिए आदेश देते है लेकिन बंथरा थाने के कोतवाल लगता इन सबसे बड़े हैं उन्होंने सारे अफसरों को अंदर बैठा लिया और जनता और फरियादी बाहर भीषण गर्मी में खड़े इंतजार करते रहे कई तो कोतवाल के कमरे में जाने की हिम्मत नही जुटा पाए तो कई थक हार कर वापस लौट गए।

समाधान दिवस का इस तरह से मजाक बनाने वाले इस बेअंदाज कोतवाल पर पुलिस कमिश्नर को कड़ी कार्यवाही करनी चाहिए।
तहसील व थानों में लगने वाले समाधान दिवस पर भी गरीब जनता की समस्याओं को निपटाने के लिए अधिकारी काम कर रहे हैं। लेकिन शनिवार को लखनऊ के थाना बन्थरा में अचम्भित कर देने वाला दृश्य दिखाई पड़ा जहाँ समाधान दिवस थाना प्रभारी के कमरे में चल रहा था।

जहाँ एयर कन्डीशन लगा था जिसमें राजस्व निरीक्षक, लेखपाल व रसूखदार लोग जिनकी समस्याएं सुनीं जा रही थी और बाकी जनता साहब से फरियाद बताने के लिए बाहर गर्मी में खड़ी होकर इन्तजार कर रही थी। कुछ लोग तो थक हार के चले गए वहीं कुछ फरियादियों ने कोतवाल साहब के कमरे में जाकर बताने की हिम्मत जुटाई तो कोतवाल उपेन्द्र सिंह ने कहा कि बाहर बैठो अभी बाहर आ रहे हैं। जब जब इस तरह के थाना प्रभारी थाना चलायेंगे तो जनता के साथ न्याय की उम्मीद आखिर कैसे रखी जायेगी।

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