दबंगों के हौसले बुलंद, पंचायत भवन पर किया कब्जा

- पलरा प्रधान ने एसडीएम से पंचायत भवन को मुक्त कराने की मांग
पैलानी/बांदा। जहां एक ओर प्रदेश की योगी सरकार प्रदेश ने सभी पंचायत भवनों में प्रधानों, लेखपालों, ग्राम पंचायत सचिवों, आंगनबाड़ियों, आशा कार्यकत्रियों को पंचायत भवन में बैठकर कार्य करने का निर्देश दिया है वहीं दूसरी ओर पंचायत भवनों में कब्जा करने वाले दबंग लोग बाज नहीं आ रहे हैं।
ताजा मामला पैलानी तहसील अंतर्गत पलरा गांव में देखने को मिला है। ग्राम प्रधान पलरा राम दयाल सिंह ने एसडीएम पैलानी सुश्री सुरभि शर्मा को दिए प्रार्थना पत्र में बताया कि ग्राम पंचायत पलरा के पंचायत भवन में अवैध रूप से आशा देवी पत्नी उदित नारायण रह रही है। पूर्व में आवासीय पट्टा मिलने के बावजूद पंचायत भवन खाली करने को तैयार नहीं है। ग्राम पंचायत सचिवालय का निर्माण व संचालन बाधित हो रहा है उन्होंने कहा कि पंचायत भवन को कब्जा मुक्त कराया जाए जिससे ग्राम पंचायत सचिवालय का निर्माण और संचालन प्रारंभ किया जा सके। ग्राम प्रधान ने बताया कि उन्होंने इसके पूर्व भी जिलाधिकारी, खंड विकास अधिकारी तिंदवारी को पत्र लिखकर पंचायत भवन को कब्जा मुक्त कराए जाने की मांग की है लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई।
पलरा गांव के ग्राम पंचायत सदस्यों अमोल सिंह, शशि कृष्णा देवी ,अभय कुमार, ब्रजकिशोर, ऊषा आदि सदस्यों ने शीघ्र से शीघ्र पंचायत भवन खाली कराए जाने को लेकर जिला प्रशासन से गुहार लगाई है। एसडीएम पैलानी सुरभि शर्मा ने बताया कि पंचायत भवन में कब्जे को लेकर मामला संज्ञान में है जल्द पंचायत भवन को कब्जा मुक्त करा दिया जाएगा। समझ में यह नही आता कि ये कैसी व्यवस्था है कि सरकारी पंचायत भवन में कब्जे की शिकायत महीनों से की जा रही है परंतु अब तक कोई ठोस कार्यवाही ना होने का कारण क्या है। क्या ये सिस्टम की लापरवाही है या फिर दबंगों की दबंगई सिर चढ़कर बोल रही है। क्या दबंग कानून से ऊपर है या फिर जिला प्रशासन निष्क्रिय है।
बांदा से अनिल गौतम की रिपोर्ट




