सेवानिवृत्त के एक वर्ष बाद भी 90% जीपीएफ भुगतान लम्बित,

सेवानिवृत्त के एक वर्ष बाद भी 90% जीपीएफ भुगतान लम्बित।
सीतापुर। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खैराबाद सीतापुर उत्तर प्रदेश से वर्ष 2021-2022 में 05 कर्मचारी सेवानिवृत्त हुए थे।ए0 जी0 आफिस इलाहाबाद से सत्यापित होने के बाद भी कार्यालय मुख्य चिकित्सा अधिकारी सीतापुर व महानिदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण के वित्त नियंत्रक के पटल सहायकों के कारण एक साल से अधिक समय व्यतीत हो जाने पर भी जीपीएफ का 90% भुगतान अभी तक स्वीकृत ही नहीं हो पाया है। इस संबंध में जब वित्त नियंत्रक से बात की गई तो उनके द्वारा बताया गया। कि जीपीएफ के अभिलेखों में जनपद स्तर से आधी अधूरी पत्रावलियां भेजी जा रही है। इस कारण भुगतान स्वीकृति नहीं हो पा रहा है।
परंतु जब उनसे यह पूछा गया कि प्रत्येक वर्ष समस्त अभिलेखों का ऑडिट होता है। तो ऑडिट में क्या जीपीएफ पासबुक नहीं देखी गई हैं। यदि अगर देखी गई तो उनकी ऑडिट रिपोर्ट क्या थी। क्या ऑडिट रिपोर्ट में इन्हें आधा अधूरा दिखाया गया है ।जिसका वह स्पष्ट उत्तर नहीं दे पाई। बताया जाता है कि कर्मचारियों के 90 प्रतिशत जीपीएफ भुगतान में सामुदायिक केंद्र स्तर से लेकर के जनपद स्तर व महानिदेशालय स्तर तक सेवानिवृत्त कर्मचारियों का परेशान किया जा रहा है । इस संबंध में कई कर्मचारियों द्वारा माननीय मुख्यमंत्री जी को शिकायती प्रार्थना पत्र भेजा है, देखना यह है कि अब उस पर क्या कार्रवाई होती है। शिकायत होने पर जांच बैठाई जाती है परंतु जांच में लगभग सभी निर्दोष ही साबित हो जाते हैं। परंतु इन पांच कर्मचारियों का एक वर्ष व्यतीत हो गया और उनका ही पैसा उनको वापस नहीं मिल सका इसकी भरपाई कौन करेगा।




