क्षेत्रीय नेताओं से लेकर केंद्रीय मंत्री तक के प्रयासों के बाद भी नहीं बन पाया हरौनी क्रासिंग पर ओवरब्रिज

- जर्जर सड़क के कारण अक्सर लगता है जाम व होती हैं घटनाएं
राहुल तिवारी
लखनऊ। बनी मोहान मार्ग स्थित हरौनी रेलवे क्रासिंग जिसके अक्सर बंद रहने से राहगीरों को काफी दिक्कत झेलनी पड़ती है उक्त क्रासिंग पर ओवरब्रिज बनवाने के लिए क्षेत्रीय नेताओ से लेकर सांसद/मंत्री तक के भरकस प्रयासों के बाद भी रेलवे कान में उंगली डाले हुए है।
विकास का दावा करने वाले जनप्रतिनिधि आज इस हरौनी रेलवे क्रासिंग के ओवरब्रिज का निर्माण शुरू नही करवा पाये हैं। हरौनी निवासी भाजपा नेता राजेश सिंह चौहान ने भी इस ओवरब्रिज व रोज लखनऊ-कानपुर आवागमन करने वाले साधारण यात्रियों की सुविधा के लिए बंद पड़ी मेमू ट्रेन के संचालन के लिए भी रेल मंत्री को ज्ञापन सौंपा था। लेकिन आज भी मामला जस का तस है।
हैरत की बात तो यह है कि आज भारतीय जनता पार्टी की सरकार को केन्द्र मे लगभग दस साल होने जा रहे हैं और मोहनलालगंज लोकसभा क्षेत्र से भाजपा सांसद व वर्तमान में केन्द्रीय मंत्री कौशल किशोर भी इस हरौनी क्रासिंग के ओवरब्रिज के लिए सक्रिय भूमिका निभाते नहीं दिखाई दे रहे हैं।
स्थानीय लोगों को यह उम्मीद थी कि अब सत्ता के सांसद भी है शायद ओवरब्रिज बन जाये लेकिन बताते चले कि हरौनी ओवरब्रिज बनाने के लिए केन्द्र सरकार ने बजट भी स्वीकृति कर दिया है और मिट्टी की भी जांच हो गई है लेकिन उसके बाद आखिर ओवरब्रिज बनाने में इतना बिलम्ब क्यों हो रहा है कहीं ऐसा तो नहीं कि आने वाले लोकसभा चुनाव में इस ओवरब्रिज को भी चुनावी मुद्दा बनाया जाये।
रेलवे क्रासिंग के बीचों बीच हो चुकी है रोड जर्जर—
हरौनी रेलवे क्रासिंग के बीचों बीच रोड काफी जर्जर हो चुकी है जिसके कारण अक्सर घटना घटित होती रहती हैं। लेकिन रेलवे के जिम्मेदार अधिकारियों ने आंखों में पट्टी बाँध रखी है शायद रेलवे के उच्च अधिकारी भी किसी बड़ी अनहोनी के इंतजार में है।




