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विभागीय अधिकारियों की नजरें इनायत तो जेल जाने के बाद भी नहीं हो रही कार्यवाही

  • लखनऊ कारागार में बंद है सकरन में तैनात ब्लाक तकनीकी सहायक
  • 9 दिसम्बर को थाना इंदिरानगर पुलिस के द्वारा गिरफ्तार कर भेजा गया था जेल

सकरन/सीतापुर। विकासखंड सकरन में तैनात ब्लॉक तकनीकी सहायक को थाना इंदिरा नगर लखनऊ की पुलिस ने एक अपराधिक मामले में गिरफ्तार करते हुए दोनों पुत्रों समेत जेल भेज दिया गया है। परंतु विभागीय अधिकारियों की उदासीनता के चलते हफ्तों से अनुपस्थित रहने वाले ब्लॉक तकनीकी सहायक पर जेल जाने के बावजूद भी अब तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार आठ दिसम्बर को गुलशन कुमार पुत्र रात्येंद्र कुमार निवासी पानी गांव थाना इंदिरा नगर लखनऊ के द्वारा थाना प्रभारी इंदिरा नगर लखनऊ को प्रार्थना पत्र देकर आरोप लगाया गया था कि प्रदीप कुमार पुत्र सियाराम व तीन अन्य लोगों के द्वारा हाथ में बंदूक लेकर घर में चल रहे शादी के कार्यक्रम के दौरान घर में घुसकर परिवार वालों व बारातियों के साथ मारपीट गाली-गलौज करते हुए जान से मारने की धमकी देकर लूटपाट करने लगे वही दरवाजे के सामने खड़ी इनोवा क्रिस्टा को ईट पत्थर से तोड़ना शुरू कर दिया।

गुलशन का यह भी आरोप है कि आरोपियों के हाथ में बंदूक थी जिसको बार-बार धमकी देते हुए लहरा कर परिजनों को मारा पीटा जा रहा था तथा मौजूद दूल्हे की कनपटी पर बंदूक रखकर जान से मारने की धमकी भी दी जा रही थी। गुलशन की तहरीर पर इंदिरा नगर पुलिस ने प्रदीप कुमार पुत्र सियाराम सहित चार लोगों पर धारा 452, 323 ,504 ,506, 427, व अपराधिक कानून अधिनियम की धारा 7 के अंतर्गत मुकदमा पंजीकृत कर लिया था। मुकदमे के जांच अधिकारी उपनिरीक्षक अमरपाल अग्निहोत्री ने बताया मुकदमा दर्ज होने के पश्चात 09दिसंबर को आरोपी चारों व्यक्तियों को पुलिस के द्वारा गिरफ्तार कर जेल भेजने की कार्यवाही की जा चुकी है।

अब सवाल यह उठता है कि 8 तारीख से लगातार अनुपस्थित रह रहे कर्मचारी के संबंध में ब्लॉक के जिम्मेदारों के द्वारा जानकारी क्यों नहीं की गई। अब देखना यह है कि कई गंभीर धाराओं में जेल जा चुके ब्लॉक तकनीकी सहायक पर आखिर विभागीय कार्यवाही कब होती है। आखिर विभागीय अधिकारियों के द्वारा गैर जिम्मेदाराना रवैया अपनाते हुए अब तक उच्च अधिकारियों को संज्ञान देते हुए विभागीय कार्यवाही क्यों नहीं की गई। विभाग के एक कर्मचारी ने बताया कि जिम्मेदारों की ओर से सब कुछ जानते भी अब तक विभागीय कार्यवाही से बचा जा रहा था। मामले को लेकर खंड विकास अधिकारी राम लगन वर्मा ने बताया कि मुकदमा लिखे जाने व जेल जाने की जानकारी नहीं थी उच्च अधिकारियों से वार्ता कर विभागीय कार्यवाही की जाएगी।

वही डीसी मनरेगा एस के श्रीवास्तव ने बताया कि तकनीकी सहायक को कारण बताओं नोटिस भेज दी गई है। जितने दिन से अनुपस्थिति है उतने दिन का वेतन नही दिया जाएगा।

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