उत्तर प्रदेशलखनऊसमग्र समाचार

योग केवल आसन या व्यायाम नहीं बल्कि जीवनदर्शन है : राजेश्वर सिंह

योग केवल आसन या व्यायाम नहीं बल्कि जीवनदर्शन है : राजेश्वर सिंह

9 वें अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस पर विधायक राजेश्वर सिंह ने किया योग
समग्र चेतना/ राहुल तिवारी

लखनऊ। योग के महत्व को समझते हुए 21 जून को दुनियाभर में ‘9वां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस’ मनाया गया। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2023 की थीम ‘वसुधैव कुटुंबकम के लिए योग’ रही। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र के मुख्यालय में विशाल योग कार्यक्रम को अगुवाई की तथा विश्व भर को योग के एक सूत्र में पिरोया।

इस दौरान देशभर में योग से जुड़े कई महत्वपूर्ण कार्यक्रम आयोजित किए गए। इनमें न केवल योग के महत्व को बताया गया बल्कि लोगों को योग करने के प्रति जागरूक भी किया गया।

सरोजनीनगर विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने भी डॉ. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय में आयोजित योग कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने कई योगासन भी किए। डॉ. राजेश्वर सिंह ने खराब लाइफस्टाइल के कारण बढ़ती बीमारियों के बारे में बताया और फिर योग को अपने जीवन में शामिल करने का आवाहन किया।

कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि योग केवल एक आसन या व्यायाम नहीं है बल्कि जीवन का एक दर्शन है, योग स्वयं की, स्वयं के माध्यम से, स्वयं तक की यात्रा है। सर्वे भवन्तु सुखिनः के संकल्प के साथ योग हमारे ऋषियों द्वारा विश्व व मानवता को दिया गया सबसे अमूल्य उपहार है। योग शरीर को स्वस्थ रखता है, मन को नियंत्रित, अनुशासित और प्रसन्न रखता है।

जीवन में योग के महत्व के बारे में बताते हुए डॉ. राजेश्वर सिंह ने कहा कि जीवनशैली से जुड़ी बीमारियां पूरे विश्व में लगातार बढ़ रहे है, यह चिंताजनक है, देश में हर वर्ष 60 लाख लोगों की मृत्यु गैर – संचारी रोगों के कारण हो रही है, भारत में हर 5वां व्यक्ति मधुमेह से पीड़ित है। योग की मदद से कई रोगों का इलाज आसानी से किया जा सकता है इसलिए आवश्यक है कि योग अपने जीवन में जरूर शामिल करें। रोजाना योग करने से शरीर की ऊर्जा का स्तर बेहतर बना रहता है साथ ही शारीरिक कार्यक्षमता बढ़ती है।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सरोजनीनगर विधायक ने कहा कि निरोगी शरीर व एकाग्र मस्तिष्क के निर्माण के लिए योग अत्यंत महत्वपूर्ण प्रक्रिया है, अतः हमें स्वयं के व्यक्तित्व, समाज और राष्ट्र निर्माण हेतु योग को नियमित दिनचर्या में सम्मिलित करना होगा। उन्होंने डॉ. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय के कुलपति राणा कृष्ण पाल एवं समस्त विश्वविद्यालय परिवार को इस भव्य आयोजन के लिए बधाई दी।

Related Articles

Back to top button
Close