उत्तर प्रदेशलखनऊसमग्र समाचार

शिविर लगाकर सुनी गई पीएम किसान निधि की समस्याएं, कवि गोष्ठी का हुआ आयोजन

तालगांव/सीतापुर। सरकार द्वारा चलाए जा रहे पीएम किसान सम्मान निधि से संबंधित शिकायतों की समस्या समाधान के लिए जिलाअधिकारी के आदेशानुसार शिविर अभियान की शुरुवात हुई, जिसमे सभी संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहें। विकास खण्ड परसेंडी ब्लॉक की ग्राम पंचायत गौरिया झाल, सोनारी, खजुरिया आवासीय, उमरी, परसेंडी के पंचायत भवन परिसर में कैंप का आयोजन किया गया। मौके राजस्व विभाग, कृषि विभाग, पंचायत विभागों के कर्मचारी मौजूद रहे।

राजस्व लेखपाल शैलेन्द्र गुप्ता, एडीओ कृषि शेर सिंह, सचिव कनक सुंदरी, ग्राम प्रधान प्रतिनिधि मंजीत सिंह व पंचायत सहायक, जन सुविधा केंद्र संचालक आदिल व बीपीएम गोरिया झाल आशुतोष सिंह उपस्थित रहे। ग्रामीणों की प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि संबंधित शिकायतों के समाधान के लिए जिन ग्रामीणों का प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि पहले प्राप्त होता था। कुछ कमियों के कारण जिन किसानों की सम्मान निधि नहीं पहुंच रही है। उन किसानों को पंचायत भवन से ही आवश्यक दस्तावेज जमा करा कर पोर्टल पर अपलोड किए गए जिन किसानों की भूमि पोर्टल पर अपलोड नहीं थी। लेखपाल शैलद्र गुप्ता द्वारा भूमि सत्यापन किया गया। जिन किसानों की सम्मान निधि उनके खातों में नहीं पहुंच रही थी। उनकी केवाईसी कराई गई और किसान निधि पात्रता की श्रेणी में आने वाले किसानों के नए रजिस्ट्रेशन भी कराए गए।

कवि गोष्ठी का हुआ आयोजन
सीतापुर। आर्यावर्त बैंक के मंडल कार्यालय में छः कवियों का सम्मान करते हुए हिन्दी साहित्य परिषद एवं आर्यावर्त बैंक के तत्वावधान में कवि गोष्ठी का आयोजन किया गया। आर्यावर्त मंडल प्रबंधक अनिल कुमार ने कहा कि ऐसे कार्यक्रम प्रत्येक जनपद में होने चाहिए। जिससे भाषा एवं बैंक के कार्य का विकास हो सकता है। संचालन परिसर के अध्यक्ष अवधेश शुक्ला नेकहा कि हिन्दी व्यवहारिकता में लाने का समय है। साहित्या सादकों में छाया त्यागी, मंजरी आसीर , रामदास वैश्य, एकांत पथिक अरूण शर्मा तथा विनोद रस्तोगी ने मंडल प्रबंधक से सम्मान प्राप्त किया।

कविता विकास की गति-अशोक
सीतापुर। कविता उड़ान संध्या के आयोजन में जगुआर सेलेक्शन साइबर स्टूडियो मंच से लालबाग सीतापुर के गजानन काम्प्लेक्स में सेंट्रल बैंक के पास आयोजन किया गया। काव्य मंत्र के मुख्य अतिथि आशोक मिश्रा रहे। उन्होंने कहा कि कविता बेजान की गति नहीं विकास की गति है। विनोदनी रस्तोगी ने अध्यक्षता करते हुए कहा कि कविता उड़ान कल्पना की उड़ान नहीं है बल्कि जीवंत चेतना देने का श्रोत है। जिससे राष्ट्र समझ सकता है। विशिष्ट अतिथि जीएल गांधी ने कहा कि कविता जन-जन की भाषा है। चंदन वैश्य ने सभी का स्वागत किया। आशा की ज्योति जलाते हुए विनोदिनी रस्तोगी ने कहा कि कविता गीत नहीं गति है। कविता की उडान को हजारों लोगो ने देखा और पसंद किया। यह जीवन प्रसारण था। कवियों में मुजीब सीतापुरी, अशोक मिश्रा, मंजरि आसीन, विपिन बिहारी, सीमा एवं लक्ष्मी वर्मा उपस्थित रहीं।

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