सीएमओ के निरीक्षण में अनपुस्थिति मिले कई स्वास्थ्यकर्मी, पीड़ित ने लगायी न्याय की गुहार

सीतापुर। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ मधु गैरोला ने सोमवार को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रामकोट, का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण में स्वास्थकर्मी रश्मि पाल, संविदा एनम, वर्तमान कोल्ड चौन हैंडलर, अनुपस्थित पाई गई। मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा उपलब्ध दवाओं का मिलान किया गया। स्टॉक रजिस्टर, ओपीडी रजिस्टर, दवा वितरण काउंटर, आदि का अवलोकन किया गया। उपस्थित पंजिका का भी अवलोकन कर अनुपस्थिति कर्मचारी रश्मि पाल एएनएम को अनुपस्थित किया गया तथा उन्हें नोटिस जारी करने के लिए निर्देशित किया गया।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी से रामकोट प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर कोई चिकित्सा अधिकारी न होने के कारण वहां के कई लोगों द्वारा मांग की गई क्षेत्र में कोई चिकित्सा अधिकारी न होने के कारण बड़ी परेशानी होती है। फार्मासिस्ट, सुशील कुमार, को ही वहां सब कुछ करना पड़ता है। उनके सहयोग में वहां के लैब टेक्नीशियन मदद करते हैं। डिलीवरी प्वाइंट न होने के कारण क्षेत्र के लोगों ने रामकोट प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को डिलीवरी प्वाइंट बनाने की मांग की तथा यहां पर एक चिकित्सक नियुक्त किया जाए। इस संबंध में रामकोट कस्बे के पत्रकार संघ के अध्यक्ष मंगल बाजपेई द्वारा मांग की गई।
बंद मिले बिरला सेंटर
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन प्रबंधन कार्यालय के रिजवानुक हक, जिला कमेटी प्रोसेस द्वारा कई ब्लॉकों के हेल्थ एवं बिरला सेंटरों का निरीक्षण किया गया। सर्वप्रथम खैराबाद के रहीमाबाद, मछरेहटा के बीहट बीरम, मिश्रीख के लकड़ियामऊ, मछरेहटा के भिठौरा, तथा खैराबाद के बिनौरा सेंटर का सघन निरीक्षण कर दौरा किया गया। सभी हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर बंद पाए गए कोई भी सीएचओ या एनम कार्य स्थल पर कार्य करते हुए नहीं मिली। एएनएम के अनुपस्थिति के मामले में जिसकी निरीक्षण आख्या बनाकर मुख्य चिकित्सा अधिकारी के पास प्रेषित की जा रही है। तथा जो भी कार्रवाई होगी उन्हीं के स्तर से होना है।
पीड़ित ने लगायी न्याय की गुहार
मिश्रिख/सीतापुर। कोतवाली क्षेत्र के ग्राम केसरीपुर निवासी अयोध्या प्रसाद पुत्र बराती लाल ने प्रभारी निरीक्षक को एक शिकायती पत्र देकर आरोप लगाया है कि गांव के ही निवासी राजेंद्र पुत्र बराती व रामकिशन पुत्र राजेंद्र, राममिलन पुत्र राजेंद्र आदि ने 04 अक्टूबर को बड़ी बेरहमी से काफी मारा पीटा था। मारपीट के दौरान उसका दाहिना हाथ टूट गया था। पीड़ित ने मांमले की शिकायत थाना प्रभारी से की थी। जिस पर थाना प्रभारी ने आरोपियों के विरुद्ध धारा 323, 504, 325 के तहत अपराध पंजीकृत किया था। पीड़ित का आरोप है कि आरोपी बराबर सुलह समझौता करने का दबाव बना रहे हैं। सुलह न करने पर जान से मार डालने की धमकी देते हुए किसी फर्जी मुकदमे में फंसाने की धमकी दे रहे हैं। इस लिए पीड़ित व्यक्ति ने प्रभारी निरीक्षक को मांमले का शिकायती पत्र देकर आरोपियों के विरूद्ध कार्यवाही करने की मांग की है।




