लखनऊ

दबंग लकड़ी माफियाओं ने शीशम का पेड़ काट कर की महिला को मारने की कोशिश

दबंग लकड़ी माफियाओं ने शीशम का पेड़ काट कर की महिला को मारने की कोशिश

पुत्रियों से भी दबंगों ने की छेड़छाड़ व मारपीट, हारौनी पुलिस बनी रही अनजान

समग्र चेतना/ राहुल तिवारी

बन्थरा। राजधानी के थाना क्षेत्र बन्थरा के अर्न्तगत हरौनी चौकी क्षेत्र में दुस्साहिक वारदाते बढ़ती ही जा रही हैं। हारौनी पुलिस की सक्रियता इसी से समझी जा सकती है कि आपराधिक घटना पर कंट्रोल रुम पुलिस पहले पहुँच जाती है,वहीं स्थानीय हरौनी चौकी पुलिस को घटना की जानकारी ही बाद में होती है। रात्रि में कहीं खनन या ठेकेदार द्वारा पेड़ों की कटाई हो रही हो तो तत्काल इसकी भनक पुलिस को लग जाती है, परन्तु जहाँ पर सुविधा शुल्क नहीं मिलता वहाँ कंट्रोलरुम से पुलिस जाती है।

बन्थरा थाना क्षेत्र की पुलिस चौकी हरौनी के भटगवाँ पाण्डे की महिला किरन के घर से कुछ ही दूरी पर 60 वर्ष पुराना खेत लगा हराभरा शीशम का पेड़ पारिवारिक बंटवारे में मिला था। जिसकी महँगी लकड़ी विक्रय पर कुछ दुर्दान्त किस्म के लोग नजरे गड़ाये थे उसको चोरी से काटने का इंतजार कर रहे थे। गत महीने 23 जुलाई की रात्रि लगभग 10 बजे के करीब जब पेड़ काटने की आवाजें पीड़िता को सुनाई दीं, तो शक के आधार पर वह अपनी पुत्रियों नित्या मौर्या, नेहा मौर्या, आरची मौर्या को साथ लेकर अपने खेत में लगे शीशम के पेड़ के नजदीक पहुंची ही थी, जब तेज रोशनी की टार्च जलाकर देखा तो गाँव के ही हँशराज, अन्शू पिता पंचमलाल, हरिराम, सोनू, चन्द्र किशोर सहित ग्राम प्रधान उमेश गुप्ता शीशम के पेड़ को काट कर इकट्ठा कर रहे थे, पीड़िता ने जब इन लोगों के नजदीक जाकर पहचान कर रोकना चाहा तो यह आगबबूला होकर पीड़िता व पुत्रियों से मारपीट करना शुरू दिया।

दुस्साहस इतना बढ़ा कि हंशराज व अन्शू ने पुत्री नेहा को खींचकर पकड़ लिया और ट्राली में भरी शीशम की लकड़ियों को लाद कर ले जाने पर पीड़िता बेटी को इनके चंगुल से छुड़ाने के लिए ट्रैक्टर के आगे खड़ी हो गयी। इन लोगों ने ट्रैक्टर ड्राईवर को महिला के ऊपर ट्रैक्टर चढ़ाने को उकसाते हुए, पीड़िता को गन्दी गन्दी गालियाँ देते हुए जान से मारने की धमकी देने लगे। रात्रि में गाँव के पास शोर शराबा व महिलाओं की चीखें सुनकर रितेश, रामकृष्ण सहित अन्य ग्रामवासी जब मौके पर पहुंचे तो यह लोग शीशम की काटी गयी लकड़ी छोड़कर भाग गये।
पीड़ित महिला ने कंट्रोल रूम 112 की पुलिस ने कहा की स्थानीय पुलिस चौकी हरौनी में तहरीर जाकर दो, परन्तु चौकी प्रभारी हरौनी द्वारा घटना को छिपाये रखा, व बन्थरा थाने पर तहरीर देकर की गयी निरन्तर कोशिशें करके, की गयी फरियाद पर आखिरकार मुकदमा पंजीकृत किया गया|

*हरौनी चौकी इंचार्ज व सिपाही पर लकड़ी माफियाओं को संरक्षण देने का आरोप*

हरौनी चौकी इंचार्ज अर्जुन राजपूत व चौकी में लगभग तीन साल से जमा सिपाही यतेन्द्र गौड़ लगातार अपनी दबंगई के लिए काफी सुर्खियों में है इन दोनों लोगों को का संरक्षण क्षेत्र के अवैध कारोबारियों व लकड़ी माफियाओं को प्राप्त हैं गरीब जनता को प्रताड़ित करना हर साप्ताहिक बाजार में बाजार में दुकानदारों से वसूली चालान काटना इसका पेशा बन चुका है है मानों पुलिस कमिश्नर से लेकर डीसीपी तक की अनुकम्पा इन दोनों पर काफी बरस रही है तभी इतनी शिकायतें होने के बाद भी कोई कार्यवाही न होना मानों चौकी क्षेत्र में जंगल राज जैसी भायावह स्थिति चल रही है इससे पहले भी क्षेत्र में तमाम आम की बागों का कटान हो चुका है।

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