गांधी भारतीय राष्ट्र की आत्मा हैं

सिधौली/सीतापुर। गांधी भारतीय राष्ट्र की आत्मा हैं और उन पर किया गया प्रहार भारत की आत्मा पर प्रहार है। यह बात जनमुक्ति संघर्ष वाहिनी, सीतापुर द्वारा सिधौली में शहीद स्मारक के निकट आयोजित नागरिक प्रतिरोध के दौरान संगठन के सीतापुर संयोजक अनुराग आग्नेय ने कही।
उन्होंने प्रदेश सरकार और रेलवे प्रशासन द्वारा बुलडोलर द्वारा ढहा दी गई सर्वसेवा संघ की लगभग दो दर्जन इमारतों का ज़िक्र करते हुए उन्होंने बताया कि भाजपा और आर.एस.एस. गांधी को अपने मार्ग का सबसे बड़ा रोड़ा मानते हैं। गोडसे के इन पुजारियों ने अब गांधी से जुड़ी संस्थाओं पर कब्जा करने और उन्हें नष्ट करने का बीड़ा उठा लिया है। ऑल इण्डिया पीपुल्स फ्रंट के नेता डा. बृजबिहारी ने गांधी से जुड़े स्मारकों को नष्ट करने को एक गहरी साजिश करार देते हुए कहा कि संघ के एजेण्डे में उन सभी संस्थाओं को पंगु करना शामिल है, जो हिन्दुत्ववादी एजेण्डे के खिलाफ हैं। लेखक एवं अधिवक्ता अनूप कुमार ने भाजपा और आर.एस.एस. को एक बड़ा ख़तरा बताते हुए कहा कि पश्चिम एशिया में साम्प्रदायिकता बढ़ रही है और अल्पसंख्यकों के लिए समस्यायें भी बढ़ती जा रही हैं मगर इसका एक दूसरा पहलू भी है कि भारत जैसे देश में सबसे बड़े अल्पसंख्यक समुदाय में भी साम्प्रदायिकता की समस्या गहरी है, जिसके अन्तर्राष्ट्रीय आयाम भी हैं। आई.पी.एफ. की केन्द्रीय कमेटी की सदस्य सुनीला रावत ने उपस्थित लोगों से आह्वान किया कि वे साम्प्रदायिक शक्तियों के एजेण्डे को असफल करने के लिए प्राणपण से जुट जायें। आई0पी0एफ0 नेता संतराम ने कहा कि न केवल गांधी बल्कि भाजपा-आर0एस0एस0 जिन जिन को अपने साम्प्रदायिक एजेण्डे के खिलाफ पाते हैं उन पर प्रहार करने से पीछे नहीं हटते। इस अवसर पर नगर पंचायत सिधौली के सभासद दिग्विजय शुक्ला मुन्नन, अवधेश कुमारी, रामप्रकाश, मोहिनी, रघुवीर, सीमादेवी, शान्तिदेवी, रामरानी, मूलचन्द और महेश सहित दर्जनों लोग मौजूद रहे।




