सिधौली क्षेत्र की विद्युत व्यवस्था बेहतर

सिधौली/सीतापुर। सिधौली क्षेत्र की विद्युत व्यवस्था को सुचारू बनाये रखने के लिए विद्युत विभाग के समस्त अधिकारी एवं कर्मचारी प्रयासरत है और स्थानीय विधायक की ओर से भी व्यवस्था को बेहतर बनाये रखने के लिए निरन्तर प्रयास किया जा रहा है।
विद्युत वितरण उपखण्ड, सिधौली के उपखण्ड अधिकारी ने एक प्रेसविज्ञप्ति में बताया कि क्षेत्र की विद्युत व्यवस्था बेहतर बनाने के लिए वे स्वंय, उनके अवर अभियन्ता, टी०जी० 02 एवं समस्त लाइन स्टाफ व समस्त कर्मचारी पूरी तत्परता से प्रयास में लगे हैं परन्तु कभी-कभी यह देखा गया है कि क्षेत्र में आपूर्ति बाधित होने का प्रमुख कारण वितरण परिवर्तकों का क्षतिग्रस्थ होना है।
वर्तमान में कोई भी वितरण परिवर्तक क्षतिग्रस्थ होने पर अवर अभियन्ता द्वारा 10 मिनट के भीतर ही उसका पी०आर० ख् त्मुनमेज, लगाकर तत्परता से ट्रांसफार्मर की उपलब्धता सुनिश्चित की जाती है चूँकि क्षतिग्रस्त ट्रांसफार्मर का रिप्लेसमेंट वर्कशाप द्वारा किया जाता है जोकि सीतापुर में स्थित है और नगर से 39 किलोमीटर दूर है। जिससे ट्रांसफार्मर आने एवं भार डालकर आपूर्ति बहाल करने में लगभग तीन घन्टे का समय लग जाता है।
इस समस्या के निस्तारण हेतु 630 के०वी०ए० एवं 400 के०वी०ए० की ट्रांसफार्मर ट्राली की व्यवस्था हेतू प्रस्ताव उच्चाधिकारियों को प्रेषित कर दिया गया है एवं मा0 विधायक श्री मनीष रावत के अथक प्रयासों एवं मार्गदर्शन के कारण इस प्रस्ताव को आगामी 20 करोड के प्लान में सम्मिलित भी कर लिया गया है। ट्राली उपलब्धता के पश्चात ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्थ होने की स्थिति में मात्र 30 मिनट में किसी भी क्षेत्र की विद्युत आपूर्ति बहाल की जा सकती है। जिन-जिन क्षेत्रों के ट्रांसफार्मर अपनी पूर्ण क्षमता पर चल रहे हैं उनकी क्षमता वृद्धि हेतू पूर्व में ही सभी के प्राक्कलन उच्चाधिकारियों को प्रेषित किये जा चुके हैं।
आशा है कि शीघ्र ही ओवरलोड ट्रांसफार्मर को अधिक क्षमता वाले ट्रांसफार्मर से बदल दिया जायेगा। पीक आवर्स में आपूर्ति बाधित होने का एक कारण विभिन्न क्षेत्र में पुरानी एवं जर्जर एल०टी० लाइन ए०बी०सी० का होना है। ज्ञात हो कि सिधौली की पूरी विद्युत विभाग की टीम, एवं माननीय विधायक श्री मनीष रावत के अथक प्रयासों के कारण पूरे क्षेत्र में एल०टी० ए०बी०सी० बदलने हेतू प्रस्ताव को केन्द्र सरकार की योजना आर0डी०एस०एस० में सम्मिलित कर लिया गया है जिसका सर्वे 7 अगस्त से प्रारम्भ हो गया है।




