हरौनी चौकी इंचार्ज से जनता त्रस्त, परेशान हो रहा आम आदमी

Journalist Rahul Tiwari
लखनऊ, उत्तर प्रदेश।
राजधानी लखनऊ के बंथरा थाना क्षेत्र अंतर्गत हरौनी चौकी एक बार फिर पुलिसिया मनमानी को लेकर सुर्खियों में है। यहाँ के प्रभारी अर्जुन राजपूत पर लगातार आम जनता को परेशान करने के आरोप लग रहे हैं। स्थानीय नागरिकों के अनुसार, चौकी प्रभारी का व्यवहार दिनोंदिन आक्रामक होता जा रहा है। आरोप है कि वे खुद को पूरी तरह से अधिकारियों की कृपा से सुरक्षित मानते हुए यह कहते पाए गए—”चाहे डीजीपी हों या मुख्यमंत्री, मेरा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता।”
साप्ताहिक बाजार में चेकिंग से महिलाओं में खासा रोष
रविवार को हरौनी की साप्ताहिक बाजार में कििमममममममममतत तत त जहहिइजजजजजजजजजजजजउस समय माहौल तनावपूर्ण हो गया, जब चौकी प्रभारी द्वारा कथित तौर पर बाजार में आये ग्रामीणों से अवैध वसूली और थप्पड़ मारकर चालान काटने की घटनाएं सामने आईं।
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि बिना किसी स्पष्ट कारण के लोगों के चालान काटे गए, जिससे बाजार में मौजूद महिलाओं और दुकानदारों में भारी नाराजगी देखी गई।
जनता में बढ़ता असंतोष
स्थानीय व्यापारी और ग्रामीण बताते हैं कि चौकी पर नियमों का पालन करने की बजाय धौंस और दादागीरी का माहौल बन चुका है। महिलाओं ने यह भी आरोप लगाया कि चौकी प्रभारी द्वारा जानबूझकर चालान काटे जाते हैं, ताकि पहले पैसे मांगे जा सकें और न देने पर चालान कर दिया जाए।
शिकायतों का कोई असर नहीं, अधिकारी मौन
सूत्रों की मानें तो इस चौकी इंचार्ज के खिलाफ मानवाधिकार आयोग से लेकर मुख्यमंत्री कार्यालय तक शिकायतें भेजी जा चुकी हैं, लेकिन हर बार मामले को पुलिस अधिकारियों द्वारा औपचारिक रिपोर्ट देकर ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। शिकायतकर्ताओं से कभी कोई संपर्क नहीं किया गया।
राजनीतिक हस्तक्षेप भी बेअसर
यहाँ तक कि पूर्व मंत्री और वर्तमान विधायक स्वाति सिंह ने भी कुछ समय पूर्व बाजार में इस प्रकार की पुलिसिया चेकिंग न करने की सलाह दी थी, लेकिन इसका भी कोई असर नहीं पड़ा।
इस पूरे प्रकरण से आमजन का विश्वास पुलिस व्यवस्था पर से उठता दिखाई दे रहा है।
पुलिस की प्राथमिकता में नहीं है सुरक्षा, सिर्फ वसूली?
स्थानीय नागरिकों का यह भी कहना है कि चौकी क्षेत्र में रात्रिकालीन गश्त नहीं होती, हाईवे क्षेत्र में अपराध की घटनाएं बढ़ रही हैं, लेकिन चौकी इंचार्ज का पूरा ध्यान साप्ताहिक बाजार में ‘चेकिंग’ के नाम पर वसूली और दादागीरी पर है।
जनता ने उठाई आवाज, आर-पार की चेतावनी
लगातार हो रहे शोषण के चलते अब क्षेत्रीय जनता में गहरा आक्रोश है। लोग कहते हैं कि अब वे चुप नहीं बैठेंगे और आवश्यकता पड़ी तो विरोध प्रदर्शन या आंदोलन भी किया जाएगा।
स्थानीय लोगों ने उच्च अधिकारियों और शासन से मांग की है कि चौकी इंचार्ज के आचरण की निष्पक्ष जांच कर कड़ी कार्रवाई की जाए, ताकि क्षेत्र में भयमुक्त और न्यायपूर्ण वातावरण सुनिश्चित हो सके।




