सिधौली तहसील के भू-माफियाओं पर एफआईआर दर्ज

रामनाथ रावत
सिधौली/सीतापुर। सरकारी व सार्वजनिक भूमि पर कब्जे के मामले में तहसील सिधौली के राजस्व कर्मियों द्वारा तहसील क्षेत्र के अलग-अलग क्षेत्रों के दस भूमाफियाओं के विरूद्ध एफ.आई.आर. दर्ज करवाई गई है।
एक प्रेस विज्ञप्ति में तहसीलदार, सिधौली मुकेश शर्मा ने बताया कि ग्राम अहमदपुर जट के लाले पुत्र मुजफ्फर, अब्दुल वारिस, वारिस अली, तसव्वुर अली, आसिफ अली, मोहम्मद आरिफ व श्रीमती फातिमा बहादुरपुर के चतुर बिहारी तथा सिधौली के दुर्गेश को कब्जा की भूमि खाली करने की चेतावनी दी गई थी परन्तु उपरोक्त लोगों द्वारा भूमि खाली नहीं की गई।
इसलिए प्रशासन को इनके विरूद्ध कड़ा कदम उठाते हुए उत्तर प्रदेश राजस्व संहिता-2005 की धारा-67 के तहत एफ.आई.आर. दर्ज करवा दी गई है। उन्होंने बताया कि सरकारी और सार्वजनिक भूमि पर अवैध कब्जा करने वाले लोगों के विरूद्ध निश्चित रूप से सख्त कार्रवाई की जायेगी और ऐसी भूमि खाली करवाई जायेगी।
किसी भी कार्रवाई से ऊपर है भूरे तालाब का व्हाइट हाउस
तहसील प्रशासन द्वारा की जा रही कार्रवाई पर स्थानीय लोगों का कहना है कि ये दिखावे की कार्रवाई है। जो लोग वास्तव में सरकार की करोड़ो रूपये की सम्पत्ति पर कब्जा किए बैठे हैं उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।
ग्राम अहमदपुर जट में ही राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे स्थित भूरे तालाब में बने एक सरकारी कर्मचारी भूमाफिया के ह्नाइट हाउस के नाम से विख्यात मकान की दर्जनों बार शिकायत और नापजोख किए जाने के बावजूद अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। जबकि छोटे छोटे मामलों में लोगों के विरूद्ध एफ.आई.आर करवाई जा रही है।



