उत्तर प्रदेशलखनऊ

आखिर कितनी मनमानी करेंगे एसडीओ गहरु

जुर्माने की राशि जमा करने पर भी नहीं बहाल की बिजली

राहुल तिवारी/ समग्र चेतना

लखनऊ! बिजली विभाग द्वारा किसी उपभोक्ता का किन्ही कारणों से कनेक्शन विच्छेदन होने पर यदि उपभोक्ता जुर्माने के तौर पर राजस्व शुल्क जमा करता है तो 24 घंटे के अंदर उसकी बिजली बहाली का नियम है लेकिन राजधानी के ही विद्युत उपकेंद्र गहरु में बैठे उपखंड अधिकारी परविंदर यादव के लिए यह सब नियम कोई मायने नहीं रखते हैं। इसका उदाहरण है क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गढ़ी चुनौटी गांव निवासी सत्यवान सिंह हैं । बीती 25 मई को एसडीओ परविंदर अपनी टीम के साथ सत्यवान सिंह के घर पर छापेमारी की थी। इस दौरान उन्होंने अपनी जांच रिपोर्ट में यह लिख कर दिया था कि सत्यवान मीटर गायब कर बिजली चोरी करते पाए गए हैं।

हालांकि सत्यवान विभाग की इस रिपोर्ट से संतुष्ट नहीं थे उनका कहना था की 1987 में उनके घर जो कनेक्शन लिया गया था वह उनके पिताजी सहदेव सिंह के नाम था और विभाग द्वारा कई बार कहने के बावजूद भी ना तो मीटर लगाया और ना ही कनेक्शन को सत्यवान के नाम स्थानांतरित किया गया। पीड़ित ने इसकी शिकायत शासन के लोगों के साथ ही बिजली विभाग के अधिकारियों से भी कर रखी है। हालांकि घर में विद्युत आपूर्ति ठप होने से सत्यवान के कामकाज प्रभावित हुए जिसके कारण उन्होंने जुर्माने के तौर पर जो भी राजस्व था विभाग को जमा करा दिया बावजूद इसके परविंदर यादव उपभोक्ता का बिजली कनेक्शन नहीं जोड़ रहे हैं। पीड़ित का कहना है कि परविंदर जरूर कोई ना कोई खुन्नस निकाल रहे हैं।

तो यह है मामला।
सत्यवान सिंह के छोटे बेटे अजीत सिंह अधिवक्ता के साथ ही एक प्रतिष्ठित अखबार के पत्रकार भी हैं जिन्होंने पूर्व में बिजली विभाग की अनियमितताओं को लेकर अखबार में खबर प्रकाशित की थी। खबर लिखे जाने से ही झुल्लाए एसडीओ साहब ने अगले ही दिन अजीत के घर रेड डाल दी और उनके हीं खिलाफ बिजली चोरी की रिपोर्ट लिखा दी । बदले की भावना में एसडीओ इतने अंधे हो गए कि उन्होंने यह तक नहीं देखा कि जहां पर उन्होंने छापेमारी की है उस घर का कनेक्शन किसके नाम है। अजीत ने एसडीओ की इस कार्रवाई की शिकायत कई जगह कर रखी है और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की भी वह तैयारी कर रहे हैं।

भुगतान करने के बाद उपभोक्ता का कनेक्शन तत्काल ही बहाल करा देना चाहिए लेकिन अगर अभी भी विद्युत बहाली नहीं की गई है तो इस संबंध में हम बात करेंगे- अधीक्षण अभियंता

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