नगर निगम के लेखपाल की शिथिलता के कारण आज भी नहीं हो सकी तालाब की पैमाइश

घंटों मौके पर नगर निगम टीम का इंतजार कर खाली हांथ लौट गई सरोजनीनगर तहसील प्रशासन की टीम
राहुल तिवारी/ समग्र चेतना
लखनऊ। गौरी विहार गेट खसरा संख्या 40 एवं 41 तालाब की भूमि की गुरुवार को नगर निगम की टीम और सरोजनी नगर राजस्व लेखपाल की उपस्थिति में सीमांकन किया जाना था नगर निगम प्रशासन की घोर लापरवाही के कारण आज तीसरी बार फिर इस तालाब की पैमाइश नहीं हो सकी।
पूर्व में दो बार नगर निगम के तहसीलदार ने पैमाइश की तारीख दी किंतु उस तारीख में नगर निगम की टीम ने ना तो तहसील प्रशासन सरोजनी नगर से संपर्क साधा और ना ही उन्हें पूर्व में किसी प्रकार की सूचना दी जिससे तालाब का सीमांकन हो सके और उसे बचाया जा सके।
सवर्ण युवा महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुशील शुक्ला ने बताया कि नगर निगम के तहसीलदार की ओर से उन्हें लिखित में सूचना दी गई थी कि संयुक्त टीम के द्वारा 11 मई को सीमांकन किया जाएगा किंतु उन्होंने जब सरोजनी नगर तहसील प्रशासन से संपर्क स्थापित किया तो उन्हें बताया गया कि नगर निगम के द्वारा उन्हें कोई सूचना ही नहीं दी गई है। इस पर उन्होंने तहसीलदार नगर निगम के द्वारा दी गई लिखित सूचना तहसील प्रशासन सरोजनी नगर को उपलब्ध कराया। जिस पर सरोजनी नगर तहसील प्रशासन तालाब की पैमाइश और उसे बचाने के लिए तत्पर रहा पर 4 घंटे के लंबे इंतजार के बाद भी नगर निगम की टीम नही पहुंची।
लेखपाल लाल बहादुर यादव से जब इस बाबत संपर्क किया गया और वह हर बार अभी कुछ देर में पहुंच रहा हूं का आश्वासन देते रहे किंतु वह शाम तक सीमांकन स्थल पर नहीं पहुंचे। सरोजिनी नगर के राजस्व लेखपाल संदीप और उनके साथ सरोजनी नगर प्रशासन इंतजार करता रहा और हताश निराश होकर लौट गया किंतु नगर निगम के लेखपाल लाल बहादुर यादव मौके पर नहीं पहुंचे और ना ही कोई और अधिकारी कर्मचारी पहुंचा।
सवर्ण युवा महासभा के राष्ट्रीय सचिव गोविंद मणि तिवारी ने रोष प्रकट करते हुए आरोप लगाया कि अनेकों बार नगर निगम की लापरवाही के कारण इस तालाब को नहीं बचाया जा पा रहा है। क्योंकि नगर निगम के लेखपाल भू माफियाओं से पैसे लेकर हर बार तारीख पर आने में आनाकानी करते हैं और कार्यवाही करने से पीछे हटते हैं जिससे तालाब के अवैध कब्जे दारों के हौसले बुलंद हैं।




