घर के अंदर काम कर रही महिला पर तेंदुए ने किया हमला

तेंदुए के आतंक से क्षेत्रवासियों में दहशत
सकरन/सीतापुर। क्षेत्र में तेंदुए का आतंक जारी है। वन विभाग की पहुंच से कोसों दूर है। लगातार हो रही घटनाओं का वन विभाग जिम्मेदार है। इससे पहले भी क्षेत्र में तेंदुआ घटनाओं को अंजाम दे चुका है। वन विभाग की लचर कार्यशैली के चलते क्षेत्र में तेंदुआ का खौफ है। वन क्षेत्र बिसवां के अंतर्गत लंघनिया मजरा बोहरा निवासिनी सीमा देवी पत्नी संकटा सुबह करीब 7 बजे अपने घर का काम कर रही थी। इसी दौरान कोने में छिपे तेंदुए ने अचानक उस पर हमला बोल दिया। जिससे सीमा देवी बुरी तरह घायल हो गई। घायल अवस्था मे परिजन उसे नजदीकी सीएचसी सांडा ले गए, जहां पर डॉक्टरों ने उसका उपचार किया। क्षेत्र में तेंदुए की चहलकदमी व हो रही वारदातों से दहशत का माहौल है।
अब कौन सी जगह बची है जहाँ पर ग्रामीण सुरक्षित रह सकें। लोगों ने खेत जाना व बच्चों ने स्कूल जाना बंद कर दिया है। इससे पहले भी तेंदुए ने करेहका, सेमरिया, सैदापुर, पिपरा अर्जुन सिंह आदि गांवों में पांच ग्रामीणों पर हमला बोल कर घायल कर चुका है। पूरे क्षेत्र में तेंदुए का खौफ कायम है। लगातार हो रही वारदातों पर वन विभाग अंकुश लगाने में नाकाम है। प्रतीत होता है कि वन विभाग किसी बड़ी अनहोनी का इंतजार कर रहा है। मामले में वन क्षेत्राधिकारी अहमद कमाल सिद्दीकी ने बताया कि मामले की जानकारी नहीं है, उसी क्षेत्र में वन विभाग की टीम है। जानकारी की जाएगी। इसी क्रम में जिला वनाधिकारी ने बताया कि आप हमें पूरी डिटेल भेज दीजिए, अभी कार्यवाही की जाएगी।
तेंदुआ पकड़ने के संसाधन नहीं हैं वन विभाग के पास
सकरन सीतापुर। क्षेत्र में हो रही तेंदुए से वारदातों को रोक पाने में वन विभाग असमर्थ। वन विभाग अपने पास संसाधनों की कमी होने का हवाला देकर बचते नजर आ रहे हैं। कुछ वन कर्मी बताते हैं कि तेंदुआ कोई निश्चित जगह होगा तब पकड़ा जाएगा तो वहीं कुछ वन कर्मी प्रतिबंधित पेड़ कटान पर बहुत जल्दी पहुंच जाते हैं। कार्यवाही हो या न हो ये विभागीय मामला है।



