राष्ट्रीय विज्ञान दिवस का हुआ आयोजन

सीतापुरा।विश्व प्रसिद्ध नोबेल पुरस्कार से सम्मानित भारत के प्रथम भौतिक शास्त्री सर चंद्रशेखर वेंकटरमन के अविष्कार को स्मरण करते हुए जिला विज्ञान क्लब के तत्वाधान में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस मनाया गया ।इस अवसर पर मॉडल प्रदर्शनी तथा विशेषज्ञों का व्याख्यान आयोजित हुआ।
अवगत हों कि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग उत्तर प्रदेश शासन के अंतर्गत विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद के दिशा निर्देशन, जिलाधिकारी अनुज सिंह की अध्यक्षता तथा मुख्य विकास अधिकारी व उपाध्यक्ष अक्षत वर्मा एवं सचिव जिला विद्यालय निरीक्षक राजेंद्र सिंह की देखरेख में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस का आयोजन सैक्रेड हार्ट इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी में हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि आशीष गुप्ता, उपायुक्त जिला उद्योग केंद्र सीतापुर तथा विशिष्ट अतिथि कृषि विज्ञान केंद्र कटिया के प्रभारी वैज्ञानिक डॉक्टर दयाशंकर श्रीवास्तव, संस्थान के निदेशक फादर डा० जॉनी, प्राचार्य फादर डा० डैनी द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलन एवं ईश्वर वंदना के साथ हुआ।
उद्घाटन संबोधन में उपायुक्त आशीष गुप्ता ने ने उपस्थित युवा वैज्ञानिकों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि विज्ञान एक जीवन का आधार है तथा हमारी वैज्ञानिक सोच ही जीवन को सरल बनाने में सक्षम है, यदि हम सिर्फ खेल-खेल में ही समस्याओं का निराकरण करने की सोच रखें तो बड़ी-बड़ी समस्याओं का समाधान भी आसानी से हो सकता है। वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक डॉ दयाशंकर ने कहा कि हमारा राष्ट्र कृषि प्रधान देश है और यदि हम अपने किसानों की अथवा कृषि क्षेत्र की समस्याओं के लिए प्रयास करना चाहे तो निश्चित रूप से कृषकों की ही नहीं, भारत की कृषि संबंधित समस्याओं का निराकरण होकर ही रहेगा और भारतवर्ष का नाम विश्व पटल पर सबसे ऊपर होगा।
महाविद्यालय के प्राचार्य फादर डेनी ने अतिथियों का स्वागत किया तथा उपस्थित छात्र-छात्राओं एवं शिक्षकों से आवाहन किया कि विज्ञान एवं स्वच्छता को जोड़कर स्वास्थ संबंधी समस्याओं के निराकरण हेतु प्रयास करें। संस्थान के निदेशक फादर जॉनी ने अतिथियों एवं आगंतुकों का धन्यवाद दिया तथा जिला प्रशासन को ऐसे कार्यक्रम संस्थान में आयोजित कराने का अवसर देने के लिए भी साधुवाद दिया।
इस अवसर पर आयोजित मॉडल प्रदर्शनी में हिंदू कन्या पाठशाला, आर्य कन्या इंटर कॉलेज, आनंदी देवी सरस्वती विद्या मंदिर, सीता इंटर कॉलेज महमूदाबाद, यूनिवर्सल पब्लिक स्कूल, डीपी वर्मा मेमोरियल स्कूल, दिल्ली पब्लिक स्कूल, राजकीय इंटर कॉलेज, हीरा इंटर कॉलेज, आरबीएसबी कमलापुर, सहित डेढ़ दर्जन से अधिक कॉलेजों के छात्र छात्राओं ने विभिन्न विषयों जैसे रोबोटिक्स, जल संरक्षण घरेलू सुरक्षा, बीज संवर्धन, आधुनिक कृषि उपकरण आदि पर नवाचार की सोच के साथ मॉडल प्रस्तुत किए।
कार्यक्रम का संचालन समन्वयक डॉ योगेश चंद्र दीक्षित ने किया। पुरस्कार वितरण समारोह के मुख्य अतिथि अनूप तिवारी प्रधानाचार्य राजकीय इंटर कॉलेज के कर कमलों द्वारा विजेताओं को पुरस्कार वितरित किए गए इस अवसर अनूप तिवारी ने कहा के विद्यार्थियों में विद्या अध्ययन के साथ-साथ सामाजिक समस्याओं के निराकरण की चेतना ही जागृत होनी चाहिए एक संभल राष्ट्र का निर्माण युवा और युवा वैज्ञानिकों की सोच तथा उनके अविष्कार पर ही निर्भर करता है। समारोह का संचालन प्रवक्ता सुष्मिता श्रीवास्तव ने किया
माडल प्रदर्शनी में सीता ग्रुप ऑफ़ इंस्टिट्यूशन के सौरभ सिंह तथा स्वयं को प्रथम स्थान प्राप्त हुआ इन्होंने कृषि क्षेत्र के उपकरण प्रस्तुत किए, दूसरा स्थान आर बी एस बी सिंह इंटर कॉलेज कमलापुर के उत्कर्ष को प्राप्त हुआ जबकि डीपी वर्मा मेमोरियल इंटर कॉलेज की शिवांगी राज, मोहम्मद अतीक, सूर्यांशु तथा अंशिका को तीसरा स्थान प्राप्त हुआ।
राजकीय इंटर कॉलेज के उदिता राठौर आनंदी देवी के कार्तिक वैश्य आयुष सीता इंटर कॉलेज के अमन वर्मा डीपी वर्मा मेमोरियल के सचिन राठौर को सांत्वना पुरस्कार प्राप्त हुआ।
प्रथम 10 स्थानों पर रहे विजेता मंडल स्तरीय मॉडल प्रदर्शनी में प्रतिभाग करेंगे जो अगले सप्ताह लखनऊ में आयोजित होगी।
विज्ञान दिवस के अवसर पर यूपीएस जमशेदपुर की इंस्पायर्ड योजना में नामित दिव्यांशी चौधरी तथा प्रतिभा को विशेष रूप से सम्मानित किया गया। तकनीकी विशेषज्ञों के रूप में आरएमपी स्नातकोत्तर महाविद्यालय के डॉ गौरव, विभागाध्यक्ष, सीतापुर शिक्षण संस्थान के डॉ संदीप, वनस्पति विज्ञान के सहायक आचार्य तथा सेक्रेड हार्ट डिग्री कॉलेज भौतिक अध्यक्ष डॉ शंकर वर्मा मॉडल प्रदर्शनी का मूल्यांकन किया। इस अवसर पर सेक्रेड हार्ट के डॉ मनीष गुप्ता, डॉ अरशद अलीसायमा, विश्वदीप कोमल जैन , जयसवाल अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया।
राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के अवसर पर रजत तिवारी, परशुराम वर्मा, शिवदत्त, साजिद अली, डॉ अमिता यादव, कविता राठोर, सबीहा कमर, विंदु वर्मा, स्वर्णिम मिश्रा, निर्भय सिंह ने युवा वैज्ञानिकों का मॉडल बनाने हेतु मार्गदर्शन किया।




