धूप ने दिलाई ठंड व गलन से राहत, विभिन्न जागरूकता कार्यक्रमों काआयोजन

पार्क व बाजार हुई गुलजार
सीतापुर। जनपद में शीतलहर और कोहरे के डबल अटैक के बाद गुरूवार को हल्की धूप से लोगों को ठंड से थोड़ी राहत दी। पिछले 5 दिनों से लोगों को धूप के दर्शन नहीं हुए थे। गुरूवार सुबह से कोहरे और सर्द हवाओं के दोपहर बाद तकरीबन 3 घण्टे की धूप ने मौसम में थोड़ा गलन से राहत दी है, लेकिन सर्द हवाओं ने धूप को हल्का बनाये रखा। सुबह से जिले का तापामान 5 डिग्री सेल्सियस तापामान रहा है, लेकिन दोपहर बाद धूप निकलने से तापामान 12 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया था, लेकिन सर्द हवाओं ने मौसम में गलन बरकरार रखी है। पहाड़ों की बर्फबारी से मैदानी इलाकों में शीतलहर का प्रकोप लगातार जारी था। पिछले पांच दिनों से लगातार शीतलहर और कोहरे की चादर से मौसम में गलन बरकरार थी। आज छठवें दिन दोपहर बाद मौसम ने करवट तो ली है लेकिन महज तीन घण्टे की धूप के साथ तापमान तो बढ़ाया लेकिन सर्द हवाओं के चलते धूप का मिजाज किरकिरा ही रहा है। लोग घरों से पार्कों की तरफ तो निकले लेकिन हवाओ के चलने से लोग धूप में निकलकर वापस घरों में फिर पहुंच गए। मौसम के जानकारों की माने तो अगले 48 घण्टे अभी सर्द हवाओं से मौसन में गलन बरकार ही रहेगी। इस कड़कड़ाती ठंड के बीच छोटे बच्चों के स्कूल नर्सरी से कक्षा आठ तक के पूर्णतया बंद रहने के आदेश जिलाधिकारी ने दिए हैं। इसके साथ ही अलाव के सहारे लोग इस हांडकपाऊ ठंड से निजात पाने में लगे हुए हैं। वहीं धूप निकलने के साथ ही पार्कों में भी एक दो लोग ही पार्कों में टहलते धूमते नजर आए थे।
सीतापुर। परिवहन विभाग द्वारा सड़क सुरक्षा माह के अन्तर्गत विभिन्न जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के तहत बिसवां चीनी मिल में ट्रैक्टर-ट्रालियो पर रेडियम टेप एवं फ्लोरोसेंट पेन्ट लगवाया गया। एआरटीओ (प्रवर्तन) संजय कुमार गुप्ता ने बताया कि कोहरे व रात्रि के समय रेडियम टेप सड़क हादसो को रोकने में सहायक है। उन्होने बताया कि रेडियम टेप लगे बिना कोई भी ट्रैक्टर ट्राली संचालित न की जाये। सडक हादसो को रोकने के लिये सभी को एक साथ प्रयास करना होगा। इसके अतिरिक्त सीएमटी आईआरटीई की तरफ से ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें विशेषयज्ञो द्वारा सड़क हादसो को रोकने में सहायक बिन्दुओ पर जोर दिया गया। एआरटीओ (प्रशासन) माला बाजपेयी ने बताया कि सड़क हादसो में सर्वाधिक मौते युवाओं की हो रही हैं जो कि चिन्ता का विषय है। हेलमेट, सीटबेल्ट के नियमित प्रयोग से सडक हादसो में मरने वालो की संख्या को कम किया जा सकता है नशा, नींद व तेज रफ्तार सड़क हादसो का बड़ा कारण है। यातायात के छोटे छोटे नियम बड़े सड़क हादसो को टालने में सहायक हैं। इसके अतिरिक्त वाहन चालको को यातायात चिन्हयुक्त पम्फलेट वितरित किये गये।




