रामदासपुर गाँव में जर्जर पड़े मनरेगा मार्गों पर ग्रामीणों का पैदल चलना तक दूभर

बरसात में और बुरे हो जाते हैं हालात
राहुल तिवारी
लखनऊ। सरोजनीनगर विकासखंड के रामदासपुर गाँव में जर्जर पड़े मनरेगा मार्गों पर ग्रामीणों का पैदल चलना दूभर है वहीं गाड़ी चलाना तो खतरे से कम नही है। रामदासपुर गांव में जिन मनरेगा मार्गों को बनाने में सरकार का लाखों रुपये का खर्चा आता है वही मनरेगा मार्ग आज अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहे हैं ग्रामीणों को आस थी कि एक दिन इन मार्गों पर भी डामरीकरण या खड़ज्जा लगेगा चाहे वह विधायक निधि से हो या क्षेत्र पंचायत निधि से या तो जिला पंचायत निधि से रोड बन जायेगी लेकिन डामरीकरण खड़ज्जा तो दूर मिट्टी के डम्फरो ने इन मनरेगा मार्गों को भी ध्वस्त कर दिया बड़े बड़े गड्ढे हो चुकें है बरसात में गाड़ी निकलना तो दूर पैदल चलना दूभर हो जाता है।
जैसे नारायणपुर फतेगंज मार्ग पर स्थित रामदासपुर गाँव से सादुल्ला नगर जाने वाली लिंक मार्ग पर जुड़ने वाला मनरेगा मार्ग दूसरा रामदासपुर गाँव में स्व नन्दन गौतम की बाग से होकर जाने वाला सम्पर्क मार्ग आज भी अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है। मनरेगा द्वारा इन मार्गों को बनवाने के बाद कोई दुबारा न तो देखा गया और न ही डामरीकरण ही हुआ और ना ही खड़ज्जा लगा।



