भारतीय जीवन बीमा निगम में कार्यरत अभिकर्ताओं का प्रदर्शन

ग्राहक नही जमा कर पाए बीमा की किश्ते
सीतापुर। भारतीय जीवन बीमा निगम के केंद्रीय आवाहन पर भारतीय जीवन बीमा निगम सीतापुर शाखा के लाइफ इंश्योरेंस एजेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया के द्वारा अपनी विभिन्न मांगों को लेकर एक दिवसीय कार्य बहिष्कार हड़ताल एवं प्रदर्शन तरीनपुर स्थित भारतीय जीवन बीमा निगम के कार्यालय परिसर में किया गया इस दौरान अपनी किस्त जमा करने आए लोगों से लाइफ इंश्योरेंस के अभिकर्ताओं के द्वारा किस्त जमा करने से मना करने पर ग्राहकों की बहस भी हुई अपनी मांगों को लेकर जिला अध्यक्ष राजेश बाबू मिश्रा के द्वारा बताया गया कि उनकी विभिन्न मांगे इस तरीके से हैं कि जैसे कि बीमा धारकों का बोनस बढ़ाया जाए अभिकर्ताओं की ग्रेजुटी बढ़ाई जाए अभिकर्ताओं का टर्म इंश्योरेंस बढ़ाया जाए एवं सभी अभिकर्ताओं का कमीशन आईआरओए द्वारा कम किया जा रहा है का मन करके बढ़ाया जाए।
5 वर्ष से बंद पड़ी पॉलिसियों को पुनः चालू करने की मांग की बीमा पॉलिसी से जीएसटी को हटाया जाए एवं अभीकर्ताओं के इलाज में मिलने वाले पैसे में बढ़ोतरी की जाए आदि की मांग शासन से की गई। अगर इन मांगों को मांना नहीं जाएगा तो आगे चलकर संगठन के द्वारा अनिश्चितकालीन हड़ताल एवं धरना प्रदर्शन किया जाएगा। जिसकी जिम्मेदारी शासन की होगी इस दौरान उपाध्यक्ष प्रकाश गुप्ता, महामंत्री अरविंद पांडे, कोषाध्यक्ष महेश कुमार जयसवाल, राजेंद्र राठौर, आत्माराम, महेश, नागेंद्र श्रीवास्तव, राम प्रकाश यादव, गिरीश तिवारी, विजय जयसवाल, संजय त्रिपाठी, अवधेश बाजपेई, विमल शुक्ला, रामहेत, पारसनाथ, अश्वनी गुप्ता सहित समस्त अभिकर्ता उपस्थित रहे। बिसवां संवाददाता के अनुसार एजेंसी कोड पर तीन बीमा कम्पनियों का इन्श्योरेन्स करने का प्रस्ताव निरस्त किये जाने जैसी प्रमुख मांगों को लेकर लगातार क्रमिक धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। इस धरना प्रदर्शन में प्रमुख रूप से अध्यक्ष अजय मिश्र, महामंत्री नीरज वर्मा, कोषाध्यक्ष विजय श्रीवास्तव, प्रमोद शंकर मिश्र, रामकुमार वर्मा, प्रभू दयाल, कौशल किशोर, सुशील कुमार, श्याम किशोर पाण्डेय, संजय मेहरोत्रा, मालती देवी वर्मा, राजेश श्रीवास्तव, कुलदीप मौर्य, धर्मेन्द्र त्रिपाठी, काशी राम, प्रेम प्रकाश, छोटेलाल, अवधेश कुमार, राघवेन्द्र प्रताप सिंह, सिपाही लाल, अजय कुमार वर्मा, राकेश पाल, ओम प्रकाश वर्मा, आशुतोष मिश्र, आदित्य मौर्य, जहीर खान व रमापति वर्मा सहित सैकड़ों अभिकर्ता उपस्थित थे।




