हरौनी चौकी इंचार्ज का तुगलकी फरमान, 10 से 12 बजे तक ही मिलेंगे जनता से

राहुल तिवारी
लखनऊ। सभी डीएम, एसपी व शासन में बैठे आलाधिकारी सभी कार्यदिवसों में जनता सुबह 10 से 12 बजे तक मुलाकात कर उनकी समस्याओं का निस्तारण करेंगे। ये आदेश सिर्फ प्रदेश की योगी सरकार का ही नही बल्कि पूर्व की तमाम सरकारों के कार्यकाल में भी प्रभावी रहा है। लेकिन थानों और चौकियों के प्रभारियों को इसमें कब शामिल कर लिया गया इसका जवाब खुद पुलिस के अधिकारियों के पास नही है। बंथरा थाने की हरौनी पुलिस चौकी के इंचार्ज ने अब अपने आप को बड़े अफसरों की श्रेणी में शामिल कर दिया है जनाब ने चौकी पर बोर्ड लगवा दिया है उनसे मिलने का समय सुबह 10 से 12 बजे तक है।
यानि अगर आप हरौनी चौकी इंचार्ज के पास किसी समस्या का निस्तारण कराने जा रहे है तो समय का विशेष ध्यान रखे क्योंकि दरोगा जी इसके बाद मिलेंगे नही।
बुधवार को सुबह ग्रामीणों को हरौनी पुलिस चौकी पर एक बोर्ड लगा दिखा जिस पर स्पष्ट रूप से लिखा हुआ है कि चौकी इंचार्ज से मिलने का समय सुबह 10 से 12 बजे तक ही है। यह देखकर ग्रामीणों के कान खड़े हो गए। हर एक का यही सवाल था कि पुलिस तो आपात स्थितियो में जनता की मदद के लिए होती है परेशानी और घटना समय बताकर तो होती नही तो फिर दरोगा का ये नियम क्या ठीक है? ग्रामीणों के माध्यम से हरौनी चौकी इंचार्ज का यह तुगलकी फरमान शाम होते होते सोशल मीडिया पर भी वायरल हो गया तो पत्रकार भी इसे देखकर सकते में आ गये। पत्रकारों ने इस बाबत पुलिस के अधिकारियों से भी बात की उन्होंने भी ऐसे किसी आदेश की जानकारी होने से इनकार कर दिया।
क्या कहते हैं डीसीपी
हरौनी चौकी इंचार्ज के तुगलकी फरमान की बाबत जब डीसीपी मध्य सोमेन वर्मा से बात की गई तो उन्होंने भी ऐसे किसी आदेश की जानकारी होने से इनकार करते हुए कहा कि थानेदार व चौकी इंचार्ज के लिए समय नही निर्धारित है ये अगर थाने या चौकी पर मौजूद नही है तो उनकी जगह पर सेकेंड ऑफिसर जो भी होगा वह जनता की समस्या सुनकर उसका निस्तारण करेगा।




