उत्तर प्रदेशलखनऊ

फर्जी वेबसाइट बना जनता को ठगने वाले 05 अन्तर्राज्जीय ठग गिरफ्तार

29,500 रुपये नगदी, 05 अदद सिम कार्ड, 15 एन्ड्रॉइड मोबाइल फोन, 01 अदद लैपटाप, 39 प्री एक्टीवेटेड सिम व कार बरामद
सीतापुर। पुलिस अधीक्षक घुले सुशील चंद्रभान द्वारा जनपद में घटित हो रहे साइबर अपराधों पर नियंत्रण हेतु टीम का गठन कर साइबर क्राइम में संलिप्त अभियुक्तों की शीघ्र गिरफ्तारी हेतु निर्देशित किया गया है। उक्त दिये गये निर्देशों के अनुपालन के क्रम में 29 मई को अपर पुलिस अधीक्षक दक्षिणी/नोडल अधिकारी साइबर क्राइम एन.पी. सिंह के निकट पर्यवेक्षण व क्षेत्राधिकारी अपराध/सहायक नोडल साइबर क्राइम शोभित कुमार, क्षेत्राधिकारी महोली अमन सिंह के नेतृत्व में साइबर क्राइम टीम व थाना महोली की संयुक्त पुलिस टीम द्वारा थाना महोली तथा थाना कोतवाली नगर पर पंजीकृत विभिन्न मुकदमा में नामित फर्जी वेबसाइट/एप के जरिये अज्ञात लोगो द्वारा धोखाधड़ी की घटनाओ का अनावरण किया।

जिसमें 05 अन्तर्राज्जीय साइबर ठग मोहम्मद सकलैन रजा पुत्र आरीफ खान निवासी पिंक बिल्डिग प्रेमपुरी दनकौर थाना दादरी जनपद गौतमबुद्धनगर, विनीत कुमार सिंह पुत्र करनपाल सिंह निवासी ई-124 एसोटेक नेक्स्ट क्रासिंग रिपब्लिक थाना क्रासिंग जनपद गाजियाबाद, गौरव त्यागी पुत्र आदेश त्यागी निवासी ग्राम सारा गोविन्दरपुरी थाना निवाड़ी जनपद गाजियाबाद, रितिक कुमार पुत्र महेश कुमार तथा योगेन्द्र कुमार पुत्र गजराज निवासीगण ग्राम रेव थाना मोठ जनपद झांसी को अढौरी मोड़ बाइपास हाईवे से गिरफ्तार किया गया। अभियुक्तों के कब्जे से उपरोक्त संदर्भित अभियोगो से सम्बन्धित कुल 29,500 रुपये नगद, 05 अदद सिम कार्ड, 15 एन्ड्रॉइड मोबाइल फोन, 01 अदद लैपटाप, 39 प्री एक्टीवेटेड सिम (विभिन्न कम्पनीयों के) व 01 अदद कार बरामद हुई है।

ऐसे करते थे ग्राहकों के साथ ठगी
एएसपी श्री सिंह ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्तों का एक गिरोह है जो बड़ी-बड़ी ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट के नाम से फिशिंग वेबसाईट तैयार कर ऐपी के फाईल बनातें हैं एवं फर्जी फेसबुक खाते बनाकर फेसबुक ऐड के माध्यम से कैम्पैन चलाते हैं। जिसमें वेबसाईट का लिंक होता है, जिस पर ग्राहक सस्ती दरों पर सामान खरीदने के लिए अपना आर्डर कन्फर्म करते है। इस दौरान ग्राहक का नाम पता, मोबाईल नंबर, पेमेंट डिटेल जैसे क्रेडिट/डेबिट कार्ड नंबर, सीवीवी नंबर, एक्सपायरी डिटेल मेल एवं सी पेनल के माध्यम से हासिल कर लेते हैं। ग्राहकों से पेमेंट गेटवे के माध्यम से पैसा फर्जी बैंक खातो में ट्रांसफर कर निकाल लेते है। उक्त अभियुक्तों का नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल पर अपराधिक इतिहास जांच की जा रही है। अभियुक्तगण उपरोक्त का चालान न्यायालय किया गया है। अभियुक्तों के विरुद्ध नियमानुसार निरोधात्मक कार्यवाही कर इनके द्वारा अपराध से अर्जित संपत्ति के संबंध में सूचना/साक्ष्य संकलित कर जब्तीकरण की कार्यवाही सुनिश्चित की जायेगी।

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