विश्व उद्यमी दिवस पर रूरल हब ने किया चप्पल जूता बनाने वाले उद्यमियों का सम्मान
रूरल हब आने वाले दिनों में फल, सब्जी और चाट पकौड़ी बेचनें वाले को आधुनिक तकनीक की मशीनरी और प्रशिक्षण उपलब्ध कराएगी जिससे इन सभी उद्यमियों की लागत मूल्य कम हो सके और उनकी आय बढ़ सके
लखनऊ: आज विश्व उद्यमी दिवस पर जूता चप्पल की मरम्मत करने वाले उद्यमियों का सम्मान किया।
रूरल हब के संस्थापक गौरव गुप्ता ने बताया कि समाज में व्यापार दूसरों के पैसे से किया जाता है और एक नंबर की कमाई से सिर्फ दाल रोटी का खर्च चल सकता है ऐसी कहावतें प्रचलित है जिनकी वजह से उद्यमियों में परस्पर विश्वास को खत्म हुआ और उद्यमियों की रीढ़ तोड़ दी। समाज को और उद्यमियों को इस तरह की खबरों पर ध्यान ना दे कर समाज को लघु एवं कुटीर कुटीर उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए कार्य करना चाहिए आज आम आदमी 2000 से लेकर 10000 तक के जूते पहनता है लेकिन उस पर पॉलिश करने के लिए या मरम्मत करने के लिए उसके पास ना तो समय है और न ही संसाधन दूसरी ओर जो उद्यमी जूते चप्पल की मरम्मत करते हैं उनके पास जूतों की मरम्मत करने का न तो साजो सामान है और ना ही प्रशिक्षण है ऐसे में जूते चप्पल की मरम्मत करने वाले और के बीच एक लंबी खाई बन गई है।
उद्यमियों और ग्राहकों के बीच बनी लंबी खाई को दूर करने के लिए रूरल हब जूता चप्पल मरम्मत करने वाले उद्यमियों की आधुनिक तकनीक के साजो समान उपलब्ध कराएगा और उनका प्रशिक्षण भी कराएगा जिससे वह ग्राहकों की आवश्यकताओं के अनुरूप सेवाएं दे सके।
रूरल हब आने वाले दिनों में फल, सब्जी और चाट पकौड़ी बेचनें वाले को आधुनिक तकनीक की मशीनरी और प्रशिक्षण उपलब्ध कराएगी जिससे इन सभी उद्यमियों की लागत मूल्य कम हो सके और उनकी आय बढ़ सके