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लखनऊ हवाईअड्डे पर सैकड़ों यात्री कर रहे हैं डिजी यात्रा का उपयोग

इंडिगो और अकासा एयरलाइंस के यात्रियों को मिल रही यह सुविधा
अन्य सभी घरेलू एयरलाइंस के यात्री भी ले सकेगे डिजी यात्रा की सुविधा
डिजी यात्रा से यात्रियों को प्रवेश, सुरक्षा जांच और बोर्डिंग प्रक्रियाओं को बनाएगी सरल
समग्र चेतना/ राहुल तिवारी
लखनऊ। चौधरी चरण सिंह अंतरर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे ने फेशियल रिकग्निशन टेक्नोलॉजी आधारित डिजी यात्रा सेवा की शुरूआत हो गई है। डिजी यात्रा होने से अब यात्रियों को टिकटों और बोर्डिंग पास के साथ फोटो आईडी की जरुरत नहीं पडेगी। पहले चरण में लखनऊ हवाईअड्डे से इंडिगो और अकासा एयरलाइंस के यात्री डिजी यात्रा की सेवा का लाभ उठा सकते है। लेकिन कुछ दिन के बाद अन्य एयरलाइंस के यात्रियें को भी यह सुविधा मिल सकेगी।
डिजी यात्रा सुविधा चेहरे की पहचान प्रौद्योगिकी (एफआरटी) के आधार पर काम करती है। इससे हवाईअड्डे पर सुरक्षा जांच में यात्रियों का समय बचेगा। इस सुविधा के तहत यात्रियों डाटा एन्क्रिप्ट किया जाता है। इसे केवल यात्री और हवाईअड्डे के बीच साझा किया जाता है। उड़ान के प्रस्थान के 24 घंटे के भीतर हवाई अड्डे के सिस्टम से डाटा हटा दिया जाता है। एयरपोर्ट प्रवक्ता के मुताबिक हवाईअड्डे ने टर्मिनल-2 के प्रवेश द्वार पर यात्रियों को डिजी यात्रा में नामांकन में सहायता के लिए डिजी साथी तैनात किए है। यात्री डिजिटल सेवा का लाभ प्रवेश, पूर्व-सुरक्षा जांच और बोर्डिंग गेट्स पर उठा सकते है।
इनसेट-यात्रियों के डेटा की होगी सुरक्षा
इस सुविधा के तहत यात्रियों का डेटा एन्क्रिप्ट किया जाता है और केंद्रीय रूप से संग्रहीत नहीं किया जाता है। इसे केवल यात्री और यात्रा मूल के हवाई अड्डे के बीच साझा किया जाता है। जहां यात्री की डिजी यात्रा आईडी को मान्य करने की आवश्यकता होती है। फ्लाइट चले जाने के 24 घंटे के अंदर हवाई अड्डे के सिस्टम से यह डेटा हट जाता है।




