सरोजनीनगर के उपनिबन्धक कार्यालय में एक माह बाद शुरू हुई रजिस्ट्री

सरोजनीनगर के उपनिबन्धक कार्यालय में एक माह बाद शुरू हुई रजिस्ट्री
शाम 5 बजे तक हुई 2 सौ रजिस्ट्री
समग्र चेतना
लखनऊ। बिजनौर स्थित सरोजनीनगर के उप निबंधक कार्यालय में करीब एक माह बाद बुधवार से जमीनों की रजिस्ट्री(बैनामा) का काम एक बार फिर से शुरु हो गया। बीते दो सितम्बर से वकीलों की हड़ताल की वजह से ठप पड़ी इस प्रक्रिया के पहले दिन रजिस्ट्री कराने वालो की भारी भीड़ उमड़ी। नतीजन शाम 5 बजे तक 200 से अधिक बैनामा हो चुके थे और इसके बाद भी रजिस्ट्री का कार्य अनवरत जारी था।
गौरतलब है कि हापुड़ में अधिवक्ताओ पर पुलिस द्वारा किए गए बर्बर लाठीचार्ज के विरोध में राजधानी लखनऊ के वकील भी बीते 02 सितम्बर से अनिश्चित कालीन हड़ताल पर चले गए थे और न्यायिक के अलावा प्रशासनिक व निबंधन कार्य का भी पूर्ण रुप से बहिष्कार कर रहे है। इसी के चलते सरोजनीनगर तहसील के वकीलों के दोनों गुट सरोजनीनगर तहसील बार ऐसोसिएशन व सरोजनीनगर बार एसोसिएशन भी हड़ताल पर है।
जिसकी वजह से बिजनौर स्थित उपनिबंधक कार्यालय सरोजनी नगर पर तभी से ताला लटक रहा था। लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ द्वारा ‘अधिवक्ता प्रोटेक्शन एक्ट’ बनाने के लिए तीन सदस्यीय कमेटी गठित किए जाने का हवाला देते हुए बीते सोमवार को स्थानीय वकीलों के एक गुट बार एसोसिएशन सरोजनीनगर के अध्यक्ष राजेश कुमार सिंह व अन्य पदाधिकारियों ने एसडीएम सचिन वर्मा के सामने निबंधन व प्रशासनिक कार्यो से हड़ताल वापस लेने की घोषणा की थी। परन्तु मंगलवार सुबह उपनिबंधक कार्यालय में जैसे ही रजिस्ट्री का कार्य शुरु हुआ वैसे ही दूसरे गुट सरोजनीनगर तहसील बार एसोसिएशन के अध्यक्ष कमलेश प्रताप सिंह चौहान ने अन्य पदाधिकारियों के साथ मौके पर पहुंच कर रजिस्ट्री का कार्य बंद करा दिया था।
इसके बाद देर शाम दूसरे गुट द्वारा भी न्यायिक कार्य को छोड़ कर प्रशासनिक व निबंधन कार्य से हड़ताल वापस लेने की घोषणा कर दी गई। फलस्वरूप बुधवार को 25 दिन बाद उपनिबंधक कार्यालय खुलने के पहले ही वहाँ रजिस्ट्री कराने वालों का जमावड़ा लग गया।




