एसडीएम ने अधिवक्ता के साथ किया दुर्व्यवहार, वकीलों में आक्रोश

मसाला की पीक थूकने का लगाया आरोप, कहा चालान वसूलूंगी
अधिवक्ताओं ने किया एसडीएम कोर्ट का बहिष्कार, लगाए मुर्दाबाद के नारे
महोली/सीतापुर। एसडीएम ने प्रतिष्ठित पद की गरिमा को तारतार करते हुए एक अधिवक्ता के साथ दुर्व्यवहार किया। जिससे खफा वकीलों ने एसडीएम के खिलाफ नारेबाजी करते हुए तहसील में जुलूस निकाला। यही नहीं आक्रोशित अधिवक्ताओं ने एसडीएम मुर्दाबाद के नारे भी लगाए। वहीं बैठक कर एसडीएम कोर्ट का बहिष्कार करने का निर्णय भी लिया।
सूबे के मुख्यिा द्वारा नौकरशाहों को आम पब्लिक तक से मधुर व्यवहार करने की हिदायत दी गई है, इसके बावजूद अफसर सीएम के आदेश को ठेंगा दिखा रहे हैं। ताजा मामला महोली एसडीएम द्वारा एक अधिवक्ता के साथ दुर्व्यवहार करने का सामने आया है। एसडीएम पूनम भास्कर ने महोली तहसील के प्रतिष्ठित अधिवक्ता जयराम सिंह यादव पर परिसर में थूकने का आरोप लगाते हुए अपने अर्दली से उनको बुलवाया और पब्लिक के सामने अभद्र व्यवहार किया। जिससे आहत अधिवक्ता ने सारा वाकया बार एसोसिएशन के समक्ष रखा। जिसके बाद बार एसोसिएशन अध्यक्ष हरिकरन नाथ दीक्षित की अध्यक्षता में बैठक हुई। जिसमें इसका कड़ा विरोध जताते हुए एसडीएम कोर्ट का बहिष्कार करने का फैसला किया।
अध्यक्ष ने कहा अधिवक्ता जयराम सिंह यादव पान और मसाला खाते ही नहीं है एसडीएम द्वारा किया गया व्यवहार कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यही नहीं आक्रोशित अधिवक्ताओं ने तहसील परिसर में जुलूस निकाला और एसडीएम मुर्दाबाद के नारे लगाए। इस दौरान अध्यक्ष हरिकरन नाथ दीक्षित एडवोकेट सहित अधिवक्ता पूर्व अध्यक्ष भूपेन्द्र दीक्षित, अभय मिश्रा, जयराम सिंह यादव, नीरज मिश्र, विनोद त्रिवेदी, जितेन्द्र त्रिवेदी, राकेश सिंह, अंभुज शुक्ला, अतुल कुमार सिंह, स्वप्निल मिश्रा, संदीप सिंह, अंकित पांडेय, अमित सिंह, ऋषभ कटियार, मोहन जी शुक्ल, अभय कुमार सिंह, आलोक कुमार सिंह, रामलखन यादव समेत तहसील के अन्य अधिवक्ता मौजूद रहे। इस संबंध में एसडीएम पूनम भाष्कार ने बताया कि हमको जानकारी नहीं थी कि वह अधिवक्ता है। हमने सामान्य रूप से धूंकने का विरोध किया। अधिवक्ता से दुर्व्यवहार करने के आरोप को उन्होंने गलत बताया।
पहले भी एक अधिवक्ता से कर चुकी हैं अभद्रता
बार एसोसिएशन की बैठक में चर्चा करते कहा गया कि न्यायालय चलते समय वादकारियों की उपस्थिति में एसडीएम पूनम भास्कर द्वारा अधिवक्ता विनोद त्रिवेदी से अमर्यादित भाषा का प्रयोग कर अपमानित किया जा चुका है। यही नहीं कोर्ट में किसी वादकारी को खांसी आ जाने मात्र से एसडीएम पूनम भास्कर कोर्ट छोड़कर चली जाती हैं। जो गलत है।
मान-मनौव्वल करने पहुंचे नायब तहसीलदार
डपजिलाधिकारी पूनम भास्कर द्वारा अधिवक्ता जयराम सिंह यादव के साथ किए गए दुर्व्यवहार का मामला अपर जिलाधिकारी तक पहुंचा। इस बावत अपर जिलाधिकारी ने कहा कि मामले में उपजिलाधिकारी से बात कर मसले का हल निकालेंगे। वहीं इससे पहले नायब तहसीलदार आलोक यादव ने बार अधिवक्ताओं के बीच आकर मान-मनौव्वल करते हुए मामला रफा-दफा करने के लिए अधिवक्ताओं से वार्ता की, लेकिन आक्रोशित अधिवक्ताओं ने कहा कि एसडीएम यहां आकर उनसे सार्वजनिक रूप से क्षमा मांगें।
एसडीएम के तबादले तक रहेगा कोर्ट का बहिष्कार
एसडीएम द्वारा अधिवक्ता से किए गए दुर्व्यवहार से खफा अधिवक्ताओं ने एसडीएम कोर्ट का बहिष्कार कर दिया। बार एसोसिएशन अध्यक्ष हरिकरन नाथ दीक्षित ने बताया कि एसडीएम के स्थानांतरण तक कोर्ट का बहिष्कार किया जाएगा। उन्होंने बताया कि मामले को जिलाधिकारी और बार एसोसिएशन उत्तर प्रदेश तक पहंुचाया जाएगा।



